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सीज़ेरियन डिलीवरी के बाद बॉडी रिकवरी का प्रोसेस थोड़ा लम्बा होता है इसलिए ऐसे में सेक्स के बारे में सोचना भी कई कपल्स के लिए मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर अपनी परेशानियों को दरकिनार करके आप फिर से सेक्स ट्राई करना चाहते हैं तो कुछ बातें ध्यान में रखना बहुत ज़रूरी है। सीज़ेरियन डिलीवरी में आपके पोस्टपार्टम डिप्रेशन में जाने के चान्सेस बढ़ जाते हैं। ऐसे में आपकी सेक्सुअल लाइफ भी एक स्ट्रगल बन जाती है। इसलिए सीज़ेरियन डिलीवरी के बाद पहली बार सेक्स से पहले इन 5 बातों को ज़रूर ध्यान में रखें:
डिलीवरी के बाद कोई एक्सएक्ट टाइम पीरियड नहीं होता है जब आपकी बॉडी सेक्स के लिए प्रीपयेर हो जाती है। आम तौर पर डिलीवरी के 4 से 6 हफ़्तों के बीच में आप फिर से सेक्सुअल इंटरकोर्स स्टार्ट कर सकते हैं। हो सकता है की आप इस टाइम पीरियड से पहले ही बेटर फील करने लगे लेकिन तभी सेक्स करें जब आप इसके लिए कम्फर्टेबल हों और आपके डॉक्टर ने आपको परमिशन दे दिया हो।
सीज़ेरियन सेक्शन के बाद भी आपका यूटेरस कॉन्ट्रैक्ट होता है जिस कारण आपको ब्लीडिंग होती है बीएस अंतर ये होता है की नॉर्मल डिलीवरी वाले पेशेंट्स से आपको ब्लीडिंग थोड़ा कम होगा। आपके सर्विस को ठीक से बंद रहना भी ज़रूरी है सेक्सुअल रिलेशन्स को फिर से स्टार्ट करने के लिए। इस बात का भी ध्यान रखें की जब तक आप पूरी तरह से हील नहीं होती हैं अपने वजाइना में आप टैम्पोन भी इन्सर्ट ना करें।
किसी भी तरह से डिलीवरी की जाए, एक बेबी के बाद आपकी ज़िन्दगी बदलती ही है। आपके इनसिशन साइट से स्टीट्चेस एक हफ्ते के अंदर रिमूव कर दिए जाते हैं पर उन्हीं पूरी तरह ठीक होने में 6 हफ्ते लगते ही हैं। कई महिलाओं को सर्जरी के कई महीनों बाद तक भी इनसिशन एरिया में कुछ फीलिंग होती है। 6 हफ्ते बाद भी इस बात का ख्याल रखें की आप ऐसे सेक्स पोसिशन्स ट्राई करें जिसमें आपके एब्डोमेन पर ज़्यादा प्रेशर ना पड़े।
कीगल एक्सरसाइज जितना नॉर्मल डिलीवरी में एफ्फेक्क्टिव है उतना ही वो आपका सीज़ेरियन सेक्शन के बाद भी मदद कर सकता है। आप चाहे तो कीगल्स अपने प्रेगनेंसी के दिनों से ही स्टार्ट कर सकती हैं ताकि जब कभी आप अपनी सेक्स लाइफ को फिर से स्टार्ट करें आपको ज़्यादा पेन से ना गुज़ारना पड़े। एक अच्छे एक्सपर्ट की मदद से अपने पेल्विक फ्लोर के एक्सरसाइजेज को धीर-धीरे ज़रूर स्टार्ट करें।
एक बेबी होने के तुरंत बाद आप तुरंत प्रेगनेंसी अफ़्फोर्ड नहीं कर सकती हैं इसलिए इस बात का ध्यान रखें बिना भुले आप कंट्रासेप्शन यूज़ करें। अपने डॉक्टर सेइस बारे में सालाह लें और उनके कहे अनुसार ही अपने लिए सही कंट्रासेप्टिव मेथड चुनें। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करती हैं तो इस बात का भी विशेष ख्याल रखें की आप जो भी कंट्रासेप्शन यूज़ कर रही हैं वो आपके ब्रेस्टफीडिंग में किसी तरह से बाधा ना पहुंचाए।
1. कब कर सकते है आप सेक्स सीज़ेरियन डिलीवरी के बाद?
डिलीवरी के बाद कोई एक्सएक्ट टाइम पीरियड नहीं होता है जब आपकी बॉडी सेक्स के लिए प्रीपयेर हो जाती है। आम तौर पर डिलीवरी के 4 से 6 हफ़्तों के बीच में आप फिर से सेक्सुअल इंटरकोर्स स्टार्ट कर सकते हैं। हो सकता है की आप इस टाइम पीरियड से पहले ही बेटर फील करने लगे लेकिन तभी सेक्स करें जब आप इसके लिए कम्फर्टेबल हों और आपके डॉक्टर ने आपको परमिशन दे दिया हो।
2. कब रिकवर करती हैं आप सीज़ेरियन डिलीवरी से?
सीज़ेरियन सेक्शन के बाद भी आपका यूटेरस कॉन्ट्रैक्ट होता है जिस कारण आपको ब्लीडिंग होती है बीएस अंतर ये होता है की नॉर्मल डिलीवरी वाले पेशेंट्स से आपको ब्लीडिंग थोड़ा कम होगा। आपके सर्विस को ठीक से बंद रहना भी ज़रूरी है सेक्सुअल रिलेशन्स को फिर से स्टार्ट करने के लिए। इस बात का भी ध्यान रखें की जब तक आप पूरी तरह से हील नहीं होती हैं अपने वजाइना में आप टैम्पोन भी इन्सर्ट ना करें।
3. सेक्स से पहले आता है कम्फर्ट
किसी भी तरह से डिलीवरी की जाए, एक बेबी के बाद आपकी ज़िन्दगी बदलती ही है। आपके इनसिशन साइट से स्टीट्चेस एक हफ्ते के अंदर रिमूव कर दिए जाते हैं पर उन्हीं पूरी तरह ठीक होने में 6 हफ्ते लगते ही हैं। कई महिलाओं को सर्जरी के कई महीनों बाद तक भी इनसिशन एरिया में कुछ फीलिंग होती है। 6 हफ्ते बाद भी इस बात का ख्याल रखें की आप ऐसे सेक्स पोसिशन्स ट्राई करें जिसमें आपके एब्डोमेन पर ज़्यादा प्रेशर ना पड़े।
4. कीगल एक्सरसाइज करें
कीगल एक्सरसाइज जितना नॉर्मल डिलीवरी में एफ्फेक्क्टिव है उतना ही वो आपका सीज़ेरियन सेक्शन के बाद भी मदद कर सकता है। आप चाहे तो कीगल्स अपने प्रेगनेंसी के दिनों से ही स्टार्ट कर सकती हैं ताकि जब कभी आप अपनी सेक्स लाइफ को फिर से स्टार्ट करें आपको ज़्यादा पेन से ना गुज़ारना पड़े। एक अच्छे एक्सपर्ट की मदद से अपने पेल्विक फ्लोर के एक्सरसाइजेज को धीर-धीरे ज़रूर स्टार्ट करें।
5. कंट्रासेप्शन का रखे ध्यान
एक बेबी होने के तुरंत बाद आप तुरंत प्रेगनेंसी अफ़्फोर्ड नहीं कर सकती हैं इसलिए इस बात का ध्यान रखें बिना भुले आप कंट्रासेप्शन यूज़ करें। अपने डॉक्टर सेइस बारे में सालाह लें और उनके कहे अनुसार ही अपने लिए सही कंट्रासेप्टिव मेथड चुनें। अगर आप ब्रेस्टफीडिंग करती हैं तो इस बात का भी विशेष ख्याल रखें की आप जो भी कंट्रासेप्शन यूज़ कर रही हैं वो आपके ब्रेस्टफीडिंग में किसी तरह से बाधा ना पहुंचाए।