कई बार बच्चे अंदर से बहुत डरे हुए होते है। बच्चे किसी अपने को खोने का डर रहता है तो कभी वो सोचते हैं की क्या कभी ये COVID – 19 खत्म होगा। बच्चे इतने बड़े नहीं होते कि उन्हें दुनियादारी की बातें समझ आएं पर बड़ों का फ़र्ज़ होता है कि वो बच्चों को उनके स्तर पर जाकर सिखाएं। आज हम बात करेंगे कि बच्चों को वैक्सीन के लिए तैयार कैसे करें -
कोविद वैक्सीनेशन कार्यक्रम
2020 में आए कोरोना ने हम सबको सिखाया की पैसे और काम से बढ़कर है सेहत। जब हम सब लोग ना जाने कितने देशों के लोग महीनों घरों में बंद रहे। इस वायरस ने हमें परिवार से जोड़ा और सेहत की अहमियत सिखाई। आज पूरे एक साल बाद कोरोना की वैक्सीन बन पायी है और भारत बड़े पैमाने पर कोविद वैक्सीनेशन कार्यक्रम चला रहा है ताकि सभी को जल्दी जल्दी वैक्सीन मिले और सब वापस अपने काम में निष्फिक्र होकर लग पाएं।
बच्चों को समझाएं
सब के लिए वैक्सीन लगने अनिवार्य है खास कर कि बच्चे और 50 से ऊपर ऊमरा के लोगों को। वैक्सीन लगवाने से पहले अपने बच्चे को पूरी प्रक्रिया के बारे में समझा दें क्योंकि बच्चे कोरोना को लेकर बहुत डरे हुए हैं। उन्हें हर चीज़ समझाएं तभी कहीं लेकर जाएं ताकि वो डरे ना। अगर बच्चा ज्यादा छोटा है तो उनको खेल खेल में सब समझाएं।
पहली और दूसरी वैक्सीन के डोज के बीच का फर्क
एक्सपर्ट कहते हैं कि हर वैक्सीन की पहली और दूसरी वैक्सीन के डोज के बीच का फर्क अलग अलग है। जैसे की फाइजर वैक्सीन की दो खुराकों के बीच 21 दिन का गैप का सुझाव है। पर सभी वैक्सीन के बीच का गैप बीस के आस पास ही है। भारत में हमें जो वैक्सीन लगेगी उसके बीच 4 हफ्ते यानि 28 दिन का अंतर रखने को कहा गया है। आप ये ना सोचें की आपको वैक्सीन लग गयी है तो अब आपको इतिहाद बरतने की जरुरत नहीं है। वैक्सीन लगने के बाद भी आपको सामाजिक दूरी बनाकर रखना है , हाँथ धोते रहना है और मास्क पहन कर रखना है।