आजकल सब अपने अपने कामों में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि बच्चों पर कोई ध्यान ही नहीं देता। पहले के ज़माने में जॉइंट फैमिली होने के कारण सब बच्चे बड़ों के बीच अच्छे से पल पोस जाते थे और पता भी नहीं लगता था। पर अब बच्चे अक्सर अपना समय अकेले ही बिताते हैं या फिर वो खुद ही अपना टाइम काटना सीख जाते हैं। इसकी वजह से आज कल ज्यादातर बच्चे कम उम्र में ही डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इसलिए आज हम बात करेंगे बच्चों को वक़्त देना क्यों जरुरी है -
जुड़े रहते हैं
जब आप बच्चे को वक़्त देते हैं तो बच्चे और पेरेंट्स आपस में जुड़े रहते हैं। उनको अच्छे से पता होता है कि किस की लाइफ में क्या चल रहा है किसी को कोई दिक्कत तो नहीं है या फिर वो कुछ गलत तो नहीं कर रहे। बच्चों की छोटी उम्र में उन्हें बड़ों के गाइडेंस की बहुत ज़रूरत होती है।
गलत काम से बचते हैं
अगर बड़े बच्चों पर अच्छे तरीके से ध्यान दें तो बच्चे कई गलत काम करने से पहले या उस में फसने से पहले ही सम्हल जाते हैं। बच्चे को इतनी जानकारी नहीं रहती है इसलिए बड़ों का फ़र्ज़ बनता है कि वो देखते रहें कि बच्चा किसी गलत संगत में या काम में ना फसे।
बच्चे रिश्ते निभाना सीखते हैं
बच्चों को ये सीखाना बहुत जरुरी होता है कि रिश्ते लाइफ में कितने जरुरी हैं और उनको कैसे हमेशा वक़्त देना चाहिए। ये हम बच्चों को तभी सीखा सकते हैं जब हम खुद उनको वक़्त देंगे और उन्हें ये सीखाएंगे।
बच्चों के लिए रिश्तेदार क्यों जरुरी हैं ?
आजकल हम अपनी लाइफ में इतना व्यस्त हो जाते हैं कि ना रिश्तेदारों के यहां जाते हैं ना ही बच्चों को ले जाते हैं। बच्चों का हर एक फैमिली मेंबर नाना नानी दादा दादी के साथ रहना बहुत जरुरी होता है उन्हें सब का प्यार मिलता है और बच्चों को बड़ों से बहुत सी बातें सीखने को भी मिलती हैं।