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बड़ों की तरह ही बच्चों में भी नेगेटिव विचारों का हावी होना एक आम समस्या है। उन्हें अपने विचारों को मैनेज्ड करना नहीं आता | इसलिए आपको नेगेटिविटी से उबरने में उनकी मदद करनी चाहिए। उनके डर, उनकी परेशानियों से निकलने में आप उनकी मदद कर सकते हैं कुछ इस तरह... बच्चो की नेगेटिविटी कैसे दूर करें
1. कण्ट्रोल इमोशंस
- उन्हें समझाएं कि वो जिस तरह की बातें सोचेंगे, वैसा ही महसूस करने लगेंगे| ख़ुशी, गुस्सा, दुःख आदि इमोशंस पर वो खुद कण्ट्रोल कर सकते हैं |सबके दिमाग में विचारों पर काबू पाने की ये शक्ति होती है|
2. फिजिकल हेल्थ पे असर
- यदि आपका बच्चा नेगेटिव विचारों को खुद पर हावी होने देता है | जब उनके मन में नेगेटिव विचार आते हैं | तब उनके शरीर का तापमान गिरने लगता है| उन्हें पसीना आने लगता है ,और उनकी साँसें भी तेज़ हो जाती हैं|बच्चो की नेगेटिविटी कैसे दूर करें
3.नेगेटिविटी से दूरी
- उन्हें सिखाएं कि जब भी वो डरा हुआ या उदास महसूस करते हैं, तो उन्हें खुद से सवाल करना चाहिए कि वो क्या सोच रहे हैं और क्या वाकयी ये परेशान होने की बात है? ज़्यादातर बातें असल में उतनी गंभीर नहीं होती, जितना वो अपने दिमाग में सोच रहे होते हैं.
4. आत्मविश्लेषण ( Introspection ) करना
- बच्चों को ये Introspection करना खुद नहीं पता होता | इसलिए आपको उन्हें ये प्रोसेस सिखानी चाहिए, इससे वो आगे चल कर एक बेहतर इंसान बनेंगे| हमेशा उनकी परेशानियों में उन्हें ये एहसास दिलाएं कि आप उनके साथ हैं और वो आपसे हर समस्या के बारे में बात कर सकते हैं |आपको कभी भी उनकी समस्याओं को नकारना नहीं चाहिए.
5. अपने जीवन में भी पाजिटिविटी
- अपने बच्चे से कभी भी ये न कहें कि वो बेकार की बात की वजह से परेशान हो रहे हैं| इससे होता ये है कि वो अपनी परेशानियों को आपके साथ बांटने में कम्फर्टेबल नहीं रह जाते |आप किस तरह सोचते हैं, उसका प्रभाव इस पर पड़ता है कि आप कैसा महसूस करते हैं| केवल बच्चे को ही ये न सिखाएं, बल्कि खुद भी इस टेक्नीक को अपने जीवन में उतारें| आपको पॉजिटिव देख कर आपके बच्चे को भी पाजिटिविटी मिलती है |बच्चो की नेगेटिविटी कैसे दूर करें