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बच्चों को सेक्सुअल एब्यूज से कैसे बचाये : बचपन मासूम होता है , लेकिन कई बार मानवीय विकार ( Human disorder )इस मासूमियत को दबाने और कुचलने का काम करते हैं जिसे यौन शोषण कहा जाता है। अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए माता-पिता को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
इन तरीकों की मदद से बच्चे को यौन शोषण (sexual abuse )का शिकार होने से बचाएं
- उम्र के हिसाब से बच्चे को इस बात के बारे में जरूर बताएं कि उनके साथ होने वाली कोई गतिविधि (activity ) सही है या गलत |
- आप अपने बच्चे के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें और अपने घर में ऐसा माहौल रखें कि वो आपके साथ हर बात को शेयर करने के लिए comfortable हो |
- बच्चे को ये अच्छे और बुरे स्पर्श के बारे में जरूर बताएं। बच्चे को बताएं कि उनको छूने, गाल खींचने या शरीर के अन्य अंगो को स्पर्श करने वाली गतिविधियों को कैसे पहचाना जाए और कुछ भी गलत लगे तो इस पर क्या प्रतिक्रिया (प्रतिक्रिया ) दी जाए।
- बच्चे की दिनचर्या (routine) से संबंधित सवाल जरूर पूछें जैसे कि उसने आज दिन भर में क्या कुछ किया। लंच ब्रेक से लेकर स्कूल में पढ़ाई को लेकर भी सवाल पूछें। स्कूल में उनसे मस्ती की या फिर किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा |
- आप अपने बच्चे से उसके दोस्तों और टीचरों के बारे में जरूर पूछे। ये भी पूछे कि उसको कौन से टीचर अच्छे लगते हैं और कौन बुरे। अच्छे और बुरे लगने के पीछे की वजहों के बारे में भी खुलकर बातचीत करें|
- कई बार देखा गया है कि इस तरह की कुत्सित विचारधारा (Sickening ideology )से प्रेरित लोग बच्चे को चॉकलेट या खिलौने का प्रलोभन (temptation ) देते हैं। तो आप ये जरूर नोटिस करें कि क्या इस तरह अनावश्यक रूप से कोई आपके बच्चे को लुभाने का प्रयास कर रहा है|
- अगर ऐसा है तो उस व्यक्ति से सतर्क हो जाएं अगर आपको ऐसे किसी व्यक्ति पर संदेह है तो इसके बारे में पुलिस को जरूर इत्तिला (Information ) कर दें |
- समय-समय पर स्कूल में होने वाले पैरेंट्स मीट में जरूर जाएं और प्रिंसिपल से बच्चों की सुरक्षा के संदर्भ में जानकारी अवश्य लें। बच्चों को सेक्सुअल एब्यूज से कैसे बचाये