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रिपोर्ट्स के अनुसार डांसिंग सबसे बेस्ट एक्सेरसाइज होती है। डांसिंग के ज़रिये वर्कआउट करने से हमारी बॉडी को बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं। एरोबिक्स एक कमल का वर्कआउट करने का तरीका होता है। आइये आज हम जानेंगे एरोबिक्स करने के फायदे।
एरोबिक्स एक कार्डिओवस्क्युलर एक्सेरसाइज है जो आपको उच्च रक्तचाप के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। क्योंकि एरोबिक्स करने से लोअर ब्लड प्रेशर में मदद मिल सकती है।
रेग्युलर्ली एरोबिक्स करने से इंसुलिन के लेवल और लौ ब्लड शुगर को रेग्युलेट करने में मदद करती है, वो भी सब शरीर के वजन को ध्यान में रखते हुए। टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों पर एक रिसर्च में, रेसेअर्चेर्स ने पाया कि मूवमेंट के किसी भी रूप, एरोबिक या एनारोबिक, उनका यह इफ़ेक्ट हो सकता है।
एरोबिक एक्सेरसाइज अस्थमा के लोगों को अस्थमा के हमलों की फ्रीक्वेंसी और सेवरिटी दोनों को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, अगर आपको अस्थमा है, तो एक नई एक्सेरसाइज रूटीन शुरू करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। वर्कआउट करते समय आपको सुरक्षित रखने में मदद के लिए वे स्पेसिफिक एक्टिविटीज़ या प्रीकॉशन्स की सिफारिश कर सकते हैं।
अगर आपको क्रोनिक बैक पैन है तो आपको कार्डिओवैस्क्युलर एक्सेरसाइज करनी चाहिए। विशेष रूप से कम स्ट्रेस वाली एक्सेरसाइज, जैसे स्विमिंग या एक्वा एरोबिक्स - एरोबिक्स आपकी मसल्स को फिरसे फंक्शन करने और एन्ड्योरेंस दिलाने में मदद करता है। एरोबिक्स आपको वजन कम करने में भी मदद कर सकता है, जो आगे चलकर क्रोनिक बैक पेन को कम कर सकता है।
ब्लड प्रेशर कम करता है
एरोबिक्स एक कार्डिओवस्क्युलर एक्सेरसाइज है जो आपको उच्च रक्तचाप के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। क्योंकि एरोबिक्स करने से लोअर ब्लड प्रेशर में मदद मिल सकती है।
ब्लड शुगर लेवल को कण्ट्रोल करने में मदद करता है
रेग्युलर्ली एरोबिक्स करने से इंसुलिन के लेवल और लौ ब्लड शुगर को रेग्युलेट करने में मदद करती है, वो भी सब शरीर के वजन को ध्यान में रखते हुए। टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों पर एक रिसर्च में, रेसेअर्चेर्स ने पाया कि मूवमेंट के किसी भी रूप, एरोबिक या एनारोबिक, उनका यह इफ़ेक्ट हो सकता है।
अस्थमा के सिम्पटम्स को कम करता है
एरोबिक एक्सेरसाइज अस्थमा के लोगों को अस्थमा के हमलों की फ्रीक्वेंसी और सेवरिटी दोनों को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, अगर आपको अस्थमा है, तो एक नई एक्सेरसाइज रूटीन शुरू करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। वर्कआउट करते समय आपको सुरक्षित रखने में मदद के लिए वे स्पेसिफिक एक्टिविटीज़ या प्रीकॉशन्स की सिफारिश कर सकते हैं।
क्रोनिक पेन को कम करता है
अगर आपको क्रोनिक बैक पैन है तो आपको कार्डिओवैस्क्युलर एक्सेरसाइज करनी चाहिए। विशेष रूप से कम स्ट्रेस वाली एक्सेरसाइज, जैसे स्विमिंग या एक्वा एरोबिक्स - एरोबिक्स आपकी मसल्स को फिरसे फंक्शन करने और एन्ड्योरेंस दिलाने में मदद करता है। एरोबिक्स आपको वजन कम करने में भी मदद कर सकता है, जो आगे चलकर क्रोनिक बैक पेन को कम कर सकता है।