टोफू को भारत में पनीर का दूसरा रूप माना जाता है। यह सोयाबीन दूध से बनता है जिसकी खोज चाइना ने की थी, बाद में यह साउथईस्ट एशियाई देशों जैसे कि जापान, कोरिया, सिंगापुर, आदि में बनना शुरू हो गया। इसने जल्दी ही लोगों के दिलों और रसोई में जगह बना ली। आईए जानते है इसके कुछ सेहत से जुड़े जबरदस्त फ़ायदे -
1.गुणों का भंडार
टोफू में पनीर की तरह पोषण तत्वों का ख़जाना पाया जाता हैं, इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैंगनीज, फाइबर,मिनरल्स आदि पाए जाते है जो इसे खाने में एक बेहतरीन व्यंजन बना देते हैं। 100 ग्राम टोफू में लगभग 10 ग्राम प्रोटीन पाया जाता हैं और इसमें फैट की मात्रा भी कम होती है।
2. दूध वाले पनीर का अच्छा विकल्प
जिन लोगों को गाय,भैंस आदि के दूध से एलर्जी होती हैं या दूध वाले पनीर को पचाने में दिक्कत होती हैं, टोफू उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प है, यह शरीर को प्रोटीन प्रदान करने का अच्छा माध्यम है। जो लोग शाकाहारी(vegan) होते है और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन नहीं करते उनके लिए यह पनीर का हैल्थी ऑप्शन है।
3. आयरन की पूर्ति करता हैं
टोफू को अपनी डाइट में शामिल करने से आयरन की कमी, एनीमिया की समस्या दूर होती है। यह आयरन का अच्छा स्रोत्र होता हैं, 100 ग्राम टोफू खाने से शरीर की रोज़ की आयरन की आवश्कता पूरी होती है। जो लोग वज़न कम करना चाहते है उनके लिए टोफू ऊर्जा का अच्छा और बेहतरीन स्रोत्र है।
4. दिल की बीमारियां दूर करता है
टोफू शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद करता है। इसका नियमित रूप से सेवन करने से दिल की बीमारियों का ख़तरा दूर होता है। फ़यटोएस्ट्रोजन(phytoestrogen) का कार्डिओप्रोटेक्टीव इफ़ेक्ट खून को जमने नहीं देता और खून का बहाव जारी रखता है जिससे हार्ट अटैक व दिल की बीमारियों से बचाव रहता है।
5. एस्ट्रोजन लेवल बढ़ाता है
सोयाबीन से बने प्रोडक्ट्स में फ़यटोएस्ट्रोजन और इसोफ्लेवोन्स(isoflavones) पाया जाता है जो शरीर में सेक्स होर्मोनेस की वृद्धि करते है। शरीर में इसोफ्लेवोन्स की मात्रा बढ़ने से ब्रैस्ट कैंसर, मेनोपॉज़, फ्री रेडिकल्स, डैमेज सेल्स आदि बीमारियों से बचाव होता है।