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आइए जानें न्यूट्रिशनिस्ट भक्ति कपूर से, ऐसी चीजों के बारे में, जिन से पाचन को बेहतर किया जा सकता है
1) ओट्स
आप अपने सुबह के नाश्ते में रोल्ड ओट्स या फिर स्टील कट ओट्स को जरूर शामिल करें, क्योंकि इनमें ऐसे फाइबर मौजूद हैं, जो हृदय के लिए अच्छे होते हैं। ओट्स के अंदर बीटा-ग्लूकॉन नामक शक्तिशाली सॉल्युबल फाइबर होता है, जो आपके LDL लेवल को कम करता है और शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है जिससे हमारा ब्लड शुगर लेवल भी कम होता है।
ओट्स को एक बार खाने से 4 ग्राम फाइबर मिलता है। आप चाहे तो ओट्स का चीला बनाएं या फिर ओवरनाइट ओट्स या ओट्स पुडिंग या ओट्स का दलिया भी बना सकते हैं। रेडी टू ईट ओट्स को अवॉइड करें क्योंकि उसके अंदर बहुत सारी आर्टिफिशियल स्वीटनर और चीनी होती है।
2) सेब
सेब में पेक्टिन नाम का एक इंसोल्यूबल फाइबर होता है, जो हमारे आंत में लैक्सेटिव / प्रोबायोटिक का काम करता है। यह हमारी आंतों में महत्वपूर्ण शॉर्ट-चेन फैटी एसिड का स्तर बढ़ाता है, जो लाभकारी बैक्टीरिया को भोजन की आपूर्ति करता है। एक मीडियम साइज की सेब में 4 ग्राम फाइबर होता है।
3) दही कब्ज दूर करने में मदद
दही भी ऐसा फूड आइटम है, जो प्रोबायोटिक बैक्टीरिया से भरपूर होता है। प्रोबायोटिक बैक्टीरिया वो हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे पाचन में मदद करते हैं और आंतों को भी साफ रखते हैं। दही के अंदर फाइबर नहीं होता है, तो इसके सेवन से पहले इसमें एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर बेरिया मिलाएं।
4) फलियां कब्ज दूर करने में मदद
फलियों को फाइबर का पावर हाउस कहा जाता है। इसके सेवन से 7 ग्राम प्रोटीन मिलता है। राजमा, काबुली चना, चोली आदि फलियों को अपने आहार में ज़रूर शामिल करें।
5) प्रून्स / ड्राइड प्लम्स / सूखे आलूबुखारे
सूखे आलूबुखारे में भरपूर मात्रा में सॉल्युबल और इनसोल्युबल फाइबर पाए जाते हैं। यह आपके गट मूवमेंट और रेगुलेरिटी में मदद करते हैं। यदि आपको प्रून्स नहीं पसंद है, तो आप उसका जूस भी पी सकते हैं। 5 प्रून्स या फिर उसके जूस से आपको 3 ग्राम तक फाइबर मिलता है।
6) चिया सीड्स और अलसी के बीज
चिया सीड्स और अलसी के बीज में भी बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इनमें ना केवल सॉल्युबल और इनसोल्युबल फाइबर होता है बल्कि ओमेगा 3 फैट भी पाया जाता है। इनमें प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है।
1 चम्मच चिया सीड्स और अलसी के बीज 3 ग्राम फाइबर प्रदान करते हैं। आप कोशिश करें कि अपने आहार में बहुत सारा फाइबर-रिच खाना शामिल करें और इसके साथ ही आप पानी की मात्रा अपने शरीर में बढ़ाएं।