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लेकिन अब आपको घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने वाले हैं, जिन्हें अपना कर आप अपनी बेटी को साहसी और आत्मविश्वासी बना सकते हैं।
बेटी का कॉन्फिडेंस कैसे बढ़ाये -
1. उसके विश्वास को बढ़ाएं उसके विश्वास को बढ़ाएं इससे उसके अंदर प्रोत्साहन बढ़ेगा। लेकिन अपनी बेटी के उन विशवास या सोच को बढ़ावा दें जिस में सच्चाई हो। उसे गलत और सही में फर्क सिखाएं।
2. उसकी सोच को अर्थमय बनायें यही उसकी सफलता का राज बनेगा। उसकी सोच, अगर आपकी बेटी की सोच सकारात्मक हुई तो वह मुश्किल से मुश्किल हालात से लड़ लेगी। और यह एक दिन में नहीं होगा, यह आपको उसे बचपन से सीखना होगा।
3. उसे अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएं अपनी बेटी को अपने ऊपर विश्वास करना सिखाएं। उसे स्वार्थी ना बनायें बल्कि उसे सिखाएं कि उसे दूसरों से कैसे बर्ताव करना चाहिए। उसे अपनों से बड़ों और शिक्षकों की इज़्ज़त और सम्मान देना सिखाएं।
4. उसे काबिल बनायें अगर आपको अपनी बेटी के अंदर विश्वास बनाये रखना है तो उसे काबिल बनायें। उसकी काबिलियत उसे आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। और अपनी काबिलियत की वजह से ही वह अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ेगी।
5. उसे एक आदर्श महिला की प्रेरणा दें लड़कियां बहुत भावुक होती हैं, इस लिए अगर आप उनके सामने एक आदर्श महिला के बारे में बताएंगे तो वह उनसे प्रेरणा लेके। अपने कैरियर आगे बढ़ेंगी।
6. तारीफ करें अपनी बेटी की तारीफ करें, आपकी तारीफ उसकी कमजोरियों को उसकी ताकत बना देंगी। अपनी बेटी की तारीफ करते वक़्त यह ध्यान रहें कि आप उसे यह बातएं कि अगर वह थोड़ी और मेहनत करती तो शायद वह इससे अच्छा कर सकती थी।
जब आपकी बेटी अपने भविष्य की योजना बनाने में मशगूल हो तब उसे सबसे ज्यादा अपनी मां के साथ की जरूरत होती हैं| क्योंकि हर उम्र में एक बेटी क्या सोचती हैं ये एक मां से ज्यादा कोई नहीं जानता आखिर वो भी तो कभी बेटी थी | ऐसे में याद रखें कि ये पांच बातें अपनी लाडली से कभी ना कहें वरना उसका दिल और विश्वास दोनों टूट जायेंगे |
तुम एक लड़की हो लड़का नहीं
ये वो वाक्य है जो आमतौर पर बेटियों के सामने बार बार बोला जाता हैं और उसे आहत करता हैं | कभी भी बेटी को ये ना जतायें कि वो बेटी हैं और इसलिए उसे कोई काम नहीं करना हैं | सही और गलत बेटे और बेटी के लिए एक जैसा ही माने और सिर्फ लड़की होने की वजह से उसे मत टोकें |
ये लड़कों वाला काम है तुम नहीं कर सकतीं
कुछ करियर ऑप्शन केवल लड़कों के लिए हैं | इस मिथ ने अक्सर मासूम बेटियों के दिल तोड़े हैं. जबकि सच तो ये है कि टफ से टफ फील्ड में लड़कियां अपनी काबलियत साबित कर चुकी हैं | इसलिए ऐसा कभी ना कहें क्योकि इससे उसका कांफीडेंस कमजोर होगा|
ये तो कोई लड़की नहीं करती
हो सकता हैं कि कई ऐसे काम हों जिनका जिक्र आपने पहले ना सुना हो लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि उस काम को करके आपकी बेटी कुछ गलत करने जा रही हो | हो सकता है की यही काम आपकी बेटी को नए उदाहरण स्थापित करने का मौका दें | हो सकता है कि आप अपनी बेटी को ट्रेंड सेटर बनने का मौका दे दें | इसलिए भूलकर भी बेटी से यह न कहें कि ऐसा नहीं होता या ये लड़कियां कर नहीं सकतीं |इसका सीधा असर उसकी क्रिएटिविटी पर पड़ेगा वे कमजोर पड़ जायेंगी |
खुल कर बोलने का मौका दें
इतिहास गवाह हैं कि ज्यादातर लड़की होने के नाते बेटियों को अपने मन की बातें कहने से रोका गया हैं || अब आप वो साहस बने जिससे वो अपने दिल की बात सबके सामने कहने का बल पाए | बेटी क्या चाहती हैं ये आप तो जानने की कोशिश करें ही उसे सबके सामने शेयर करने का आत्महविश्वास भी दें |
अपने आपको प्रेजेंटेबल बनाओ
बेटी को हमेशा बेहतर दिखने और प्रेजेंटबल बनने के लिए पुश ना करें | ऐसा करके आप उसके आत्म विश्वास को सबसे ज्यायदा कमजोर करती हैं | शादी जिन्दगी का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और के मां होने के नाते ये आपका सबसे खूबसूरत सपना भी है, लेकिन इस लक्ष्य को बाहरी खूबसूरती के जरिए पाने की कोशिश करना आपकी बेटी की योग्यता पर सबसे बड़ा प्रहार है जो आप कर रही हैं | वो जैसी है उससे कहिए की उसे वैसे ही अपने आप को मनवाना सिखाना होगा | वो तन से नहीं मन से भी सुंदर है ये विश्वास दिलायें|
वैसे तो एक लंबी लिस्ट हैं | जब आपकी बेटी को आपके सर्पोट की जरूरत पड़ेगी लेकिन ये वो खास कदम हैं | जो आपको अपनी तरफ से उठाने हैं |
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