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आयरन एक मिनरल होता है जो हमारे शरीर मे हीमोग्लोबिन में मिलकर ब्लड का लेवल स्थिर बनाने में मदद करता है। अगर इस का स्तर सामान्य से नीचे जाता है तो हमारे शरीर में खून की कमी आ जाती है। महिलाओं के लिए आयरन खासतौर पर फायदेमंद होता है पीरियड्स की वजह से ज्यादातर महिलाएँ अनैमिआ नामक बीमारी का शिकार होती हैं ये बीमारी खून में आयरन की कमी से होती है।
आयरन से भरपूर फ़ूड अगर आप खाते रहते हैं तो आपको कभी भी अलग से आयरन किए दवाइयां लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी। कई रिसर्च और डॉक्टर्स का कहना है की आयरन हमेशा प्राकृतिक तरीके से ही लेना चाइए। इसके लिए पत्तेदार सब्जी खाएं, फिश , एग सोयाबीन, राजमा और किसमिश खाएं।
अगर आपकी बॉडी में आयरन की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो आपको कुछ दिक्कतें होती हैं जैसे कि सांस फूलना, स्टैमिना कम हो जाना
नाखून और आँखें पीली पड़जाना, पेट दर्द, उलटी, घबराहट होना, ब्लड प्रेशर डाउन होना, लूस मोशंस होना और बॉडी में काफी मात्रा में एसिड बनना।
आयरन के हाई डोज़ बहुत ज्यादा नुकसानदायक होता है। 14 साल से ऊपर के बच्चे और बढ़ो के लिए आयरन कि लिमिट एक दिन में 45 mg तक होती है। 14 साल से कम के बच्चे के लिए हमेशा लिमिट 40 mg से कम ही रखनी चाइए। आयरन की गोली कभी भी खली पेट नहीं ली जाती क्योंकि इससे गैस की दिक्कत होजाती है इसको हमेशा खाने खानेके 20 -30 मिनट के बाद ली जाती है। कभी भी आयरन और कैल्शियम की गोली साथ में नहीं ली जाती इस से आयरन के ब्रेक-डाउन में रुकावट होती है।
आजकल गूगल के ज़माने में अपने आप से बाजार से कई तरीके के विटामिन्स और मिनरल्स लेना आम बात हो गयी है। ऐसा करने से हम लापरवाह होतें है और कोई भी दवाई बिना किसी लिमिट और उसके साइड-इफेक्ट्स जाने लेना गलत है।
आयरन रिच फ़ूड
आयरन से भरपूर फ़ूड अगर आप खाते रहते हैं तो आपको कभी भी अलग से आयरन किए दवाइयां लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी। कई रिसर्च और डॉक्टर्स का कहना है की आयरन हमेशा प्राकृतिक तरीके से ही लेना चाइए। इसके लिए पत्तेदार सब्जी खाएं, फिश , एग सोयाबीन, राजमा और किसमिश खाएं।
अगर आपकी बॉडी में आयरन की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो आपको कुछ दिक्कतें होती हैं जैसे कि सांस फूलना, स्टैमिना कम हो जाना
नाखून और आँखें पीली पड़जाना, पेट दर्द, उलटी, घबराहट होना, ब्लड प्रेशर डाउन होना, लूस मोशंस होना और बॉडी में काफी मात्रा में एसिड बनना।
एक इंसान के लिए कितना काफी होता है?
आयरन के हाई डोज़ बहुत ज्यादा नुकसानदायक होता है। 14 साल से ऊपर के बच्चे और बढ़ो के लिए आयरन कि लिमिट एक दिन में 45 mg तक होती है। 14 साल से कम के बच्चे के लिए हमेशा लिमिट 40 mg से कम ही रखनी चाइए। आयरन की गोली कभी भी खली पेट नहीं ली जाती क्योंकि इससे गैस की दिक्कत होजाती है इसको हमेशा खाने खानेके 20 -30 मिनट के बाद ली जाती है। कभी भी आयरन और कैल्शियम की गोली साथ में नहीं ली जाती इस से आयरन के ब्रेक-डाउन में रुकावट होती है।
आजकल गूगल के ज़माने में अपने आप से बाजार से कई तरीके के विटामिन्स और मिनरल्स लेना आम बात हो गयी है। ऐसा करने से हम लापरवाह होतें है और कोई भी दवाई बिना किसी लिमिट और उसके साइड-इफेक्ट्स जाने लेना गलत है।