Can STD Cause Infertility? सेक्स से होने वाली बीमारियां 20 से ज़्यादा है, कुछ एंटीबायोटिक से काबू में आ जाती है तो कुछ बीमारियों का इलाज ढूँढा जा रहा है जैसे कि हर्पीस, HPV। आज एसटीडी महिलाओं और पुरषों दोनों में इनफर्टिलिटी का कारण भी बना हुआ है। आज जहाँ पुरुष एसटीडी से संक्रमित है पर महिलाएं भी इस रोग के दर्द से झुज रही है।
Can STD Cause Infertility? आईए जानते है कैसे एसटीडी महिलाओं में इनफर्टिलिटी का कारण बना हुआ है-
1. जब एसटीडी को अनदेखा कर दिया जाए
औरतें अपने दर्द को छुपाते आ रही है खासकर योनि से सम्बंधित। ऐसे में अगर एसटीडी को भी नजरअंदाज कर दिया जाए तो इन्फेक्शन बढ़ने से वह रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर असर डालना शुरू कर देता है जो इनफर्टिलिटी का कारण बन सकता है। फॉलोपियन ट्यूब का बंद होना, अंडे गर्भाश्या तक पहुंच न पाना, स्पर्म का एग से मेल न हो पाना इनफर्टिलिटी का कारण बन सकते है।
2. एसटीडी से होता है PID
एसटीडी से PID (पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज) होता है जो गोनोर्र्होई और चलमीडिए (chlamydia) से फैलता है, इनके बैक्टीरिया रिप्रोडक्टिव सिस्टम में जाकर सर्विक्स, वागिना, ओवरीज़, फॉलोपियन ट्यूब को डैमेज कर देते है जो इनफर्टिलिटी का कारण बनता है। अगर इनका इलाज न कराया जाएं और अपरिवर्तनीय क्षति पहुँच सकती है और स्कारिंग का ख़तरा होता है।
3. इंडारेक्टली भी करता है असर
एसटीडी से होने वाली एचएसवी (हर्पीस सिम्पल वायरस), सेक्सुअल इंटरकोर्स करने में रोकते है क्योंकि इससे योनि में दर्द और सूजन रहती है जिसकी वजह सेक्स नहीं हो पाता। यह इंडारेक्टली एंटी-प्रेगनेंसी का कारण बनता है और उम्र ज़्यादा होने से फर्टिलिटी कम होने लगती है।
4. नाजुक होती है योनि
योनि की त्वचा बहुत नाजुक और पतली होती है और अगर बिना प्रोटेक्शन से सेक्स कर रहे है तो एसटीडी के बैक्टीरिया आसानी से रिप्रोडक्टिव ऑर्गन्स तक पहुँच जाते है जो ट्यूब फैक्टर इनफर्टिलिटी और ओवरीज़ डैमेज कर इनफर्टिलिटी का कारण बनते है।