Civil Defence Worker Murder Case: सोशल मीडिया पर दिल्ली के नज़दीक सूरजकुंड में 21 वर्षीय महिला के शव मिलने से हड़कंप मच गया है। सिविल डिफेन्स वर्कर की के इस मर्डर केस ने भारत में महिलाओं की सुरक्षा और स्थिति, दोनों की पोल खोल के रख दी है। लड़की के शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे, उसके शरीर पर किसी नुकीले हथियार से वार किया गया था। यही नहीं लड़की के प्राइवेट पार्ट्स को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया था।
Civil Defence Worker Murder Case: सोशल मीडिया पर लोग कर रहे है रेप होने का दावा
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ये दावा किया था कि लड़की के साथ पहले बेरहमी से बलात्कार करने के बाद उसका मर्डर किया गया है। हालांकि आज सुबह आई ऑटोप्सी रिपोर्ट में किसी भी तरह के यौन हमले से इनकार किया गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता राबिया सैफ़ी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नुकीली चीज से लगी चोटों का जिक्र है और मौत का कारण “सदमे और रक्तस्राव” (shock and haemorrhage) है।
मामले में आरोपी व्यक्ति ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। लेकिन वह खुदको लड़की के पति के रूप में बता रहा है, व्यक्ति ने यह दावा किया कि उसने मृतक से दिल्ली की एक अदालत में शादी की थी। वही दूसरी ओर लड़की का परिवार इन सभी दावों से इंकार करते हुए एसआईटी से हाई प्रोफाइल जांच की मांग की है।
क्या भारत में लड़कियाँ खुदको सुरक्षित महसूस कर सकती है?
27 अगस्त को हुए इस मामले ने भारत में लड़कियों की सुरक्षा पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए है। भारत में आए दिन लड़कियों के साथ रेप, मर्डर, घरेलु हिंसा जैसी खबरे सुनने को आती है। हम सभी ये खबरे इतनी ज्यादा बार सुन चुके है कि अब हमे ये आम लगने लग गया है। आपको नहीं लगता भारत में महिलाओं की ऐसी दयनीय स्थिति हम सभी के लिए चिंता का विषय है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार क्यों कोई कड़े कानून नहीं बनाती है? आखिर कबतक हम इसे नज़रअंदाज़ करेंगे? कभी दिल्ली कैंट रेप मर्डर केस तो कभी Civil Defence Worker Murder case ,सिर्फ नाम बदल रहे है लेकिन स्थिति वही है।
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