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Corona Effect on Children - कोरोना की दूसरी लहर के चलतए हज़ारों लोग मरे हैं और हज़ारों ने अपनों को खोया है। कई बच्चे अनाथ हुए तो किसी के एक ही पैरेंट बचे हैं। ऐसे में दिल्ली कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ़ चाइल्ड राइट्स ने एक सर्वे किया जिस में सामने आया कि 651 बच्चे अपनी माँ और 1311 बच्चे अपने पिता को खो चुके हैं।
दिल्ली गवर्नमेंट ऐसे बच्चों के लिए बहुत कंसर्नड है और इनके लिए कंपनसेशन देने का सोच रही है। ये कंपनसेशन 2500 रूपीस पर मंथ होगा। इन बच्चों की मदद के लिए एक हेल्प लाइन नंबर भी रिलीज़ किया गया है ( 9311551393 ) । इस नंबर पर फ़ोन कर के ऐसे बच्चों से जुडी कोई भी जानकारी आप सरकार को दे सकते हैं।
अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि वो उन बच्चों के लिए फ्री में एजुकेशन और पालने पोसने का खर्चा देंगे जो कोरोना के कारण अनाथ हुए हैं। ये अन्नोउंस्मेंट दिल्ली सरकार ने 14 मई को की थी।
प्रधान मंत्री कार्यालय ने शनिवार को घोषणा की कि बच्चों के लिए PM-CARES योजना के तहत COVID-19 के दौरान अनाथ बच्चों को एडल्ट होने के बाद धनराशि दी जाएगी। जिन लोगों ने अपने माता-पिता (या अभिभावक) दोनों को खो दिया है, उनके लिए केंद्र 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर मासिक वजीफा और 23 वर्ष की आयु में 10 लाख रुपये की एकमुश्त राशि प्रदान करेगा।
उच्च शिक्षा के लिए, बच्चा मौजूदा शिक्षा ऋण मानदंडों के अनुसार शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकता है, जिसके लिए ब्याज PM-CARES के तहत प्रदान किया जाएगा। वैकल्पिक रूप से, केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं के तहत अन्य पाठ्यक्रम शुल्क के बराबर छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
जिन बच्चों ने महामारी के दौरान माता-पिता दोनों को खो दिया है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत लाभार्थियों के रूप में नामांकित किया जाएगा। स्वास्थ्य बीमा कवर कुल 5 लाख रुपये का होगा। जब तक बच्चा कानूनी उम्र का नहीं हो जाता, तब तक प्रीमियम राशि का भुगतान PM-CARES द्वारा किया जाएगा।
दिल्ली सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए क्या कहा है ?
दिल्ली गवर्नमेंट ऐसे बच्चों के लिए बहुत कंसर्नड है और इनके लिए कंपनसेशन देने का सोच रही है। ये कंपनसेशन 2500 रूपीस पर मंथ होगा। इन बच्चों की मदद के लिए एक हेल्प लाइन नंबर भी रिलीज़ किया गया है ( 9311551393 ) । इस नंबर पर फ़ोन कर के ऐसे बच्चों से जुडी कोई भी जानकारी आप सरकार को दे सकते हैं।
अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि वो उन बच्चों के लिए फ्री में एजुकेशन और पालने पोसने का खर्चा देंगे जो कोरोना के कारण अनाथ हुए हैं। ये अन्नोउंस्मेंट दिल्ली सरकार ने 14 मई को की थी।
PM मोदी ने अनाथ बच्चों के लिए क्या कहा ?
प्रधान मंत्री कार्यालय ने शनिवार को घोषणा की कि बच्चों के लिए PM-CARES योजना के तहत COVID-19 के दौरान अनाथ बच्चों को एडल्ट होने के बाद धनराशि दी जाएगी। जिन लोगों ने अपने माता-पिता (या अभिभावक) दोनों को खो दिया है, उनके लिए केंद्र 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर मासिक वजीफा और 23 वर्ष की आयु में 10 लाख रुपये की एकमुश्त राशि प्रदान करेगा।
अनाथ बच्चों की पढाई के लिए क्या मदद करेगी सरकार ?
उच्च शिक्षा के लिए, बच्चा मौजूदा शिक्षा ऋण मानदंडों के अनुसार शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकता है, जिसके लिए ब्याज PM-CARES के तहत प्रदान किया जाएगा। वैकल्पिक रूप से, केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं के तहत अन्य पाठ्यक्रम शुल्क के बराबर छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
हेल्थ इन्शुरन्स कैसा होगा
जिन बच्चों ने महामारी के दौरान माता-पिता दोनों को खो दिया है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना (पीएम-जेएवाई) के तहत लाभार्थियों के रूप में नामांकित किया जाएगा। स्वास्थ्य बीमा कवर कुल 5 लाख रुपये का होगा। जब तक बच्चा कानूनी उम्र का नहीं हो जाता, तब तक प्रीमियम राशि का भुगतान PM-CARES द्वारा किया जाएगा।