New Update
/hindi/media/post_banners/mVs5clbbnsi6saYctgxn.jpg)
Corona Third Wave in October
इनका कहना है कि 1 महीने बाद अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर सीरियस हो सकती है और बच्चे खतरे में आ सकते हैं। इन्होंने एक रिपोर्ट बनाई है और उसे प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के ऑफिस में जमा कर दी है।
डेल्टा के केसेस बढ़ने का एक कारण स्कूल का खुलना भी है। सब धीरे धीरे स्कूल खोलने के लिए एकदम तैयार हैं जिसके कारण से अचानक से कोरोना केसेस बढ़ सकते हैं। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि जल्द से जल्द सभी बच्चों को भी वैक्सीन दे दी जाए और उनको इस चुनौती से लड़ने के लिए तैयार कर दिया जाए।
बच्चों को लेकर साइंटिस्ट ने सीरियस होने को कहा है और इनका कहना है अगर बच्चे इन्फेक्ट होना चलूँ होंगे तो हमारे पास इतनी व्यवस्थाएं नहीं हैं कि हम सभी को एम्बुलेंस, वेंटीलेटर और हॉस्पिटल दे पाएं। पिछले हफ्ते जाइडस कैडिला ने भी बच्चों के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए एक वैक्सीन कन्फर्म की है। यह 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए अप्प्रूव हुई पहली वैक्सीन है।
कोरोना वैक्सीन डेल्टा स्ट्रेन पर वैक्सीन कितनी असरदार हैं ?
एक वैक्सीन के सिंगल डोज़ से तो इसके खिलाफ बहुत कम प्रोटेक्शन ही होता है। दूसरे डोज़ से इतना प्रोटेक्शन हो सकता है कि आप सीरियस नहीं होंगे। हमें ये याद रखने की जरुरत है कि कोरोना की वैक्सीन हमें पूरी तरीके से बीमारी से नहीं बचती है बस बीमारी को गंभीर होने से बचाती है।
Pfizer वैक्सीन का पहला डोज़ कोरोना के खिलाफ 33 % इफेक्टिव है और दूसरा डोज़ 88 % इफेक्टिव। इसके बाद AstraZeneca वैक्सीन पहले डोज़ के बाद 33 % और दूसरे के बाद 60 % तक इफेक्टिव है।
अभी फिल्हाल जो वैक्सीन इंडिया में इस्तेमाल की जा रही है उनके खिलाफ भी ये इसी तरीके से असरदार होगा। वैक्सीन और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अभी सब जगह स्टडीज चल रही हैं।