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कोविड-19 ब्लड क्लॉट्स (blood clots) के संभावित कारण के रूप में सामने आया है । फोर्ब्स के अनुसार जिनको भी कोविड - के माइल्ड सिम्पटम्स महसूस हुए हैं उनमें ब्लड क्लॉट्स की सम्भावना ज़्यादा बढ़ गयी है। हालाँकि ज़्यादा अफवाओं पे ध्यान देने से बेहतर ये है की हम इसके बारे में पूरी और सही जानकारी रखें। जानिए कोविड-19 ब्लड क्लॉट्स के बारे में ये 7 बातें :
हालाँकि ये बात अभी तक साफ़ नहीं हुयी है की कोविड-19 ब्लड क्लॉट्स के लिए ज़िम्मेदार कैसे है पर एक स्टडी के मुताबिक ये पाया गया की कोविड-19 उन कोशिकाओं के एक्टिवेशन को बढ़ा देता है जिनके कारण हम ब्लड क्लॉट ऑब्ज़र्व करते हैं। कोविड-19 के कारण जो लोग ह्यपेरेक्टिव हो जाते हैं उनमें ये स्तिथि ज़्यादा पायी गयी हैं।
इन ब्लड क्लॉट्स का खतरा सबसे ज़्यादा उनके लिए हैं जो कोविड-19 के कारण होस्पिटलिज़्ड हैं। इनके अलावा जिन लोगों को हृदयरोग, मधुमेह और मोटापे की परेशानी है उनके लिए भी इसका खतरा अधिक हैं।
कोविड-19 से होने वाले ब्लड क्लॉट्स से हमारे शरीर में रक्त संचार में दिक्कत आ सकती हैं जिसके कारण हम स्ट्रोक के शिकार हो सकते हैं। मुमकिन ये भी है की इससे हमें हृदयघात हो जाये। शरीर के अन्य अंग जैसे की किडनी, पाचन तंत्र को भी ये नुक्सान पहुंचा सकते हैं।
कोविड-19 के होस्पिटलिज़्ड पेशेंट्स में डीप वेन थ्रोम्बोसिस (Deep Vein Thrombosis) और पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary Embolism) का खतरा भी ज़्यादा पाया गया है।
जिनकों ब्लड क्लॉट्स की समस्या है उनके लिए सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाली ट्रीटमेंट है ब्लड थिनर्स की। ये ब्लड थिनर्स आपके ब्लड क्लॉट्स को बड़ा होने से रोकते हैं और नए ब्लड क्लोट्स भी बनने नहीं देते हैं। एक स्टडी के मुताबिक जिन होस्पिटलिज़्ड लोगों में ब्लड थिनर्स का इस्तेमाल किया गया उनमें ज़्यादा पॉजिटिव परिणाम पाया गया।
हम खुद भी ब्लड क्लॉट्स के खतरें को कम कर सकते हैं। इसके लिए हमें एक्टिव रहना चाहिए, अपने वज़न को नियंत्रण में रखना चाहिए, और अपने दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानकार होना चाहिए। कोविड-19 के प्रोटोकॉल्स का भी सही से पालन करने से हम इससे बच सकते हैं।
इन सभी बातों के बाद भी ये ज़रूरी हैं की आप अपने डॉक्टर से ब्लड क्लॉट्स के संभावित सभी जानकारी ले और उस हिसाब से ही आगे बढ़े। ब्लड क्लॉट्स की स्तिथि महसूस होने पर अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे ज़रूरी हैं।
1. ब्लड क्लॉट्स के कारण
हालाँकि ये बात अभी तक साफ़ नहीं हुयी है की कोविड-19 ब्लड क्लॉट्स के लिए ज़िम्मेदार कैसे है पर एक स्टडी के मुताबिक ये पाया गया की कोविड-19 उन कोशिकाओं के एक्टिवेशन को बढ़ा देता है जिनके कारण हम ब्लड क्लॉट ऑब्ज़र्व करते हैं। कोविड-19 के कारण जो लोग ह्यपेरेक्टिव हो जाते हैं उनमें ये स्तिथि ज़्यादा पायी गयी हैं।
2. ज़्यादा खतरा किनकों हैं ?
इन ब्लड क्लॉट्स का खतरा सबसे ज़्यादा उनके लिए हैं जो कोविड-19 के कारण होस्पिटलिज़्ड हैं। इनके अलावा जिन लोगों को हृदयरोग, मधुमेह और मोटापे की परेशानी है उनके लिए भी इसका खतरा अधिक हैं।
3. ब्लड क्लॉट्स के असर
कोविड-19 से होने वाले ब्लड क्लॉट्स से हमारे शरीर में रक्त संचार में दिक्कत आ सकती हैं जिसके कारण हम स्ट्रोक के शिकार हो सकते हैं। मुमकिन ये भी है की इससे हमें हृदयघात हो जाये। शरीर के अन्य अंग जैसे की किडनी, पाचन तंत्र को भी ये नुक्सान पहुंचा सकते हैं।
4. ब्लड क्लॉट्स से होने वाली गंभीर बीमारियां
कोविड-19 के होस्पिटलिज़्ड पेशेंट्स में डीप वेन थ्रोम्बोसिस (Deep Vein Thrombosis) और पल्मोनरी एम्बोलिस्म (Pulmonary Embolism) का खतरा भी ज़्यादा पाया गया है।
5. इलाज के विकल्प
जिनकों ब्लड क्लॉट्स की समस्या है उनके लिए सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाली ट्रीटमेंट है ब्लड थिनर्स की। ये ब्लड थिनर्स आपके ब्लड क्लॉट्स को बड़ा होने से रोकते हैं और नए ब्लड क्लोट्स भी बनने नहीं देते हैं। एक स्टडी के मुताबिक जिन होस्पिटलिज़्ड लोगों में ब्लड थिनर्स का इस्तेमाल किया गया उनमें ज़्यादा पॉजिटिव परिणाम पाया गया।
6. ब्लड क्लॉट्स के खतरे को कैसे घटायें
हम खुद भी ब्लड क्लॉट्स के खतरें को कम कर सकते हैं। इसके लिए हमें एक्टिव रहना चाहिए, अपने वज़न को नियंत्रण में रखना चाहिए, और अपने दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानकार होना चाहिए। कोविड-19 के प्रोटोकॉल्स का भी सही से पालन करने से हम इससे बच सकते हैं।
7. अपने डॉक्टर से सलाह लें
इन सभी बातों के बाद भी ये ज़रूरी हैं की आप अपने डॉक्टर से ब्लड क्लॉट्स के संभावित सभी जानकारी ले और उस हिसाब से ही आगे बढ़े। ब्लड क्लॉट्स की स्तिथि महसूस होने पर अपने डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे ज़रूरी हैं।