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भारत में कोरोना की दूसरी वेव अभी अपने चरम पे है। कोरोना की इन्फेक्शन के अलावा भी इस बीमारी के कारण लोगों के स्वास्थ्य पे बहुत बुरा असर देखा जा रहा है। जहाँ बहुत कुछ बदला है और लोगों की रूटीन में भी बदलाव आया है इस कोरोना वायरस ने पीरियड्स को भी बुरी तरह से एफेक्ट किया है।
कोरोना के कारण लोगों में तनाव बहुत बढ़ गया है। इसे लोग पान्डेमिक स्ट्रेस भी बुला रहे हैं। इस स्ट्रेस के कारण कई महिलाओं के मेंस्ट्रुअल साइकिल में में बदलाव देखा गया है। स्ट्रेस के कारण ना सिर्फ पीरियड्स डिले हो रहे हैं बल्कि इसका असर आपके पीरियड लेंथ, ब्लीडिंग पैटर्न और प्रेमेंस्ट्रुअल सिम्पटम्स (PMS) पर भी देखा गया है।
कोरोना के कारण वर्क फ्रॉम होम लाइफस्टाइल को बहुत प्रमोट किया गया है। एक शोध के अनुसार महिलाओं का वर्कलोड घर और करियर दोनों ही एरिया में इस वर्क फ्रॉम होम के कारण बढ़ गया है। इस वजह से लोगों के स्लीपिंग और ईटिंग पैटर्न में बहुत बदलाव देखने को मिला है। जो महिलाएं फ्रंटलाइन पर काम कर रही हैं उनके लिए समस्याएं और भी ज़्यादा बढ़ गयी हैं। इस वजह से भी कई महिलाओं ने अपने पीरियड्स में डिस्टर्बेंस फील किया है।
अगर आप कोरोना पॉजिटिव हो गए है तो आपके मेंस्ट्रुअल साइकिल में इसका असर ज़रूर पड़ेगा। अभी तक इस विषय पर शोध ही चल रहा है की कोरोना इन्फेक्शन आपके पीरियड्स को क्यों डिस्टर्ब करता है। एक सूत्र के मुताबिक कोरोना इन्फेक्शन के बाद आप पहले से भी ज़्यादा स्ट्रेस में चले जाते हैं और इस कारण आपके पीरियड्स में बदलाव देखा जाता है। कोरोना के लक्षण भी आपके पीरियड्स को एफेक्ट करते है। एक सर्वे में ये बात भी सामने आयी है की लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं ने कोरोना से रिकवरी के बाद अपनी ब्लीडिंग में कमी महसूस की है।
अपने पीरियड्स की लेंथ, वॉल्यूम को आप किसी पीरियड ट्रैकर में ट्रैक कर सकते है। आपको कोशिश ये भी करनी चाहिए की आप कम से कम स्ट्रेस ले और अपने लाइफस्टाइल में ज़्यादा बदलाव ना करे। अगर आपके पीरियड ट्रैकर में किसी तरह का डिस्टर्बेंस देखा जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।
तो इस तरह कोरोना वायरस पीरियड्स को एफेक्ट कर रहा है।
1. कोरोना का स्ट्रेस पीरियड्स के लिए हानिकारक है
कोरोना के कारण लोगों में तनाव बहुत बढ़ गया है। इसे लोग पान्डेमिक स्ट्रेस भी बुला रहे हैं। इस स्ट्रेस के कारण कई महिलाओं के मेंस्ट्रुअल साइकिल में में बदलाव देखा गया है। स्ट्रेस के कारण ना सिर्फ पीरियड्स डिले हो रहे हैं बल्कि इसका असर आपके पीरियड लेंथ, ब्लीडिंग पैटर्न और प्रेमेंस्ट्रुअल सिम्पटम्स (PMS) पर भी देखा गया है।
2. वर्क फ्रॉम होम से भी प्रभावित हो रहा है पीरियड्स
कोरोना के कारण वर्क फ्रॉम होम लाइफस्टाइल को बहुत प्रमोट किया गया है। एक शोध के अनुसार महिलाओं का वर्कलोड घर और करियर दोनों ही एरिया में इस वर्क फ्रॉम होम के कारण बढ़ गया है। इस वजह से लोगों के स्लीपिंग और ईटिंग पैटर्न में बहुत बदलाव देखने को मिला है। जो महिलाएं फ्रंटलाइन पर काम कर रही हैं उनके लिए समस्याएं और भी ज़्यादा बढ़ गयी हैं। इस वजह से भी कई महिलाओं ने अपने पीरियड्स में डिस्टर्बेंस फील किया है।
3. क्या कोरोना इन्फेक्शन आपके पीरियड्स पे असर करता है ?
अगर आप कोरोना पॉजिटिव हो गए है तो आपके मेंस्ट्रुअल साइकिल में इसका असर ज़रूर पड़ेगा। अभी तक इस विषय पर शोध ही चल रहा है की कोरोना इन्फेक्शन आपके पीरियड्स को क्यों डिस्टर्ब करता है। एक सूत्र के मुताबिक कोरोना इन्फेक्शन के बाद आप पहले से भी ज़्यादा स्ट्रेस में चले जाते हैं और इस कारण आपके पीरियड्स में बदलाव देखा जाता है। कोरोना के लक्षण भी आपके पीरियड्स को एफेक्ट करते है। एक सर्वे में ये बात भी सामने आयी है की लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं ने कोरोना से रिकवरी के बाद अपनी ब्लीडिंग में कमी महसूस की है।
4. कैसे जान सकते है की कोरोना आपके पीरियड्स को एफेक्ट कर सकता है ?
अपने पीरियड्स की लेंथ, वॉल्यूम को आप किसी पीरियड ट्रैकर में ट्रैक कर सकते है। आपको कोशिश ये भी करनी चाहिए की आप कम से कम स्ट्रेस ले और अपने लाइफस्टाइल में ज़्यादा बदलाव ना करे। अगर आपके पीरियड ट्रैकर में किसी तरह का डिस्टर्बेंस देखा जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।
तो इस तरह कोरोना वायरस पीरियड्स को एफेक्ट कर रहा है।