Early Signs Of Breast Cancer: फीमेल बॉडी में सबसे ज़्यादा इग्नोर होने वाला पार्ट है- ब्रैस्ट और उससे जुड़ी बीमारी ब्रैस्ट कैंसर। इंडियन सोसाइटी में ब्रैस्ट के साथ जो टैबू है उनके चलते आज ज़्यादातर औरतें ब्रैस्ट से जुडी बातों से अनजान है। जिसके चलते ब्रैस्ट कैंसर का देरी से पता चलता है। अर्ली स्टेज में ब्रैस्ट कैंसर के सिम्पटम्स कम ही दिखाई देते है, पर इनमें से सबसे कॉमन लम्प है।
आईए इस आर्टिकल में ब्रैस्ट कैंसर के अर्ली सिम्पटम्स के बारे में जानते है जिनपर ध्यान देकर खुद की बॉडी को थोड़ा सेल्फ लव दें। बता दे, ब्रैस्ट कैंसर सिर्फ औरतों में ही नहीं बल्कि मर्दो में भी हो सकता है हालांकि केस अभी तक कम है।
1. स्वेलिंग
ब्रैस्ट कैंसर का पहला सिम्प्टम आपकी ब्रैस्ट पर स्वेलिंग होना है। यह ब्रैस्ट के साथ ब्रैस्ट के आसपास के एरिया के पास भी हो सकता है। स्वोलेन (सूजा हुआ) लिम्फ नोड्स अंडरआर्म्स के पास भी हो सकते है या कॉलर बोन के पास भी स्वोलेन लिम्फ है तो यह ब्रैस्ट कैंसर की निशानी समझी जाती है।
2. निप्पल
अगर निप्पल रिट्रैक्शन हो रही है, वो अंदर को जा रहा या टर्न कर कर रहा है, इसके साथ निप्पल या ब्रैस्ट की स्किन रेड, ड्राई होना फ्लेकिंग या थिक होना, निप्पल से मिल्क के इलावा डिस्चार्ज निकलना, ब्रैस्ट में या निप्पल में पैन होना आदि यह सब ब्रैस्ट कैंसर के लक्ष्ण है।
3. पीरियड से जुड़ा
पीरियड्स के दौरान ब्रैस्ट में पैन होना, ब्रैस्ट साइज व शेप में चेंज आना, नया लम्प बनता है पर पीरियड्स के बाद नार्मल हो जाता है पर अगर यह अगले पीरियड्स आने तक भी ना जाए तो यह ब्रैस्ट कैंसर के लक्ष्ण हो सकते है। यह सिग्नस अगले 2 बार पीरियड्स आने के बाद भी ना जाए तो डॉक्टर से जांच कराए।
4. चेंज इन टेक्सचर
यह सिग्नस ब्रैस्ट कैंसर थोड़ा डेवेलप होने पर आए सकते है। इसमें ब्रैस्ट का स्किन टेक्सचर ऑरेंज पील जैसा होने लगे, ब्रैस्ट पर वेइन्स नजर आने लगे, एक ब्रैस्ट का साइज बढ़ जाए आदि लेटर सिग्नस है। हालांकि एक से ज़्यादा सिम्पटम्स ब्रैस्ट कैंसर होने का दावा नहीं करते है। इसलिए डॉक्टर से जांच करना अवश्य है।