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आज के दौर में हर दूसरा व्यक्ति इस से जूझ रहा है। स्ट्रेस ना केवल शारीरक बल्कि ये एक मानसिक परेशानी है। ये कही कारणों कि वजह से हो सकता है जैसे कि हर वक्त गुस्से में रहना, हर चोटी चीज की चिंता करना, अत्यधिक सोचना आदि।
इसलिए जानिए स्ट्रेस से होने वाले 5 बड़े नुक्सान -
डिप्रैशन
जब स्ट्रेस हद से ज्यादा बढ़ जाता है तब ये डिप्रैशन में बदल जाता है। डिप्रैशन एक ऐसी स्तिथि है जिसमें व्यक्ति अक्सर चीजों को भूलने लगता है, हर वक्त दुखी रहता है, यदि लेकिन जब डिप्रैशन हद से ज्यादा बढ़ जाता है तब व्यक्ति अपने आप को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
सर दर्द
स्ट्रेस के करुण सिर में दर्द रहना सामान्य है। बार बार सिर में दर्द होने से आदमी चिडचिड़ा होने लगता है, हर वक्त बस एक संत कमरे में बैठे रहने का मनन करता है, चोटी सी चोटी आवाज़ से गुस्सा हो जाता है।
हार्ट डिजीज
लंबे समय के लिए स्ट्रेस का होना ब्लड कोलेस्ट्रॉल, ब्लड सुगर, ब्लड प्रेशर, या खून का दिल की नसों तक ना पहुंचना, इन बीमारियों को बढ़ा सकता है और ये सब बीमारियों हार्ट डिजिज का करुण है।
भूख ना लगना
तनाव के कारण व्यक्ति अक्सर खाने पीने के बरें में सोचता ही नहीं है। जिसके करुण खाने के साइकिल में परिवर्तन आ सकता है जिसके कारण व्यक्ति को भूख ही नहीं लगती जिससे डाइजेसटिव प्रॉब्लम और वेट लॉस भी हो सकती है।
हार्मोन्स की समस्या
जब बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन्स बहुत जदली रिलीज होने लगते है तब होरोमोन इंबैलेंस की समस्या होने लगती है। इससे महिलाओं में इर्रेगुलर मेंस्ट्रुअल साइकिल एंड इनफर्टिलिटी की परेशानी बढ़ सकती है।
स्ट्रेस से लड़ने के लिए, अपने आप को सेहतमंद रखें। अच्छा खाए, अच्छा सोचें, याेगा करें और अच्छी बातो पर ध्यान दें और हर नेगेटिव चीज से अपने आप को दूर रखे।