Festivals and Family: त्यौहार परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मस्ती करने और आनंद लेने का समय है। भारत एक ऐसा देश है जहां हर महीने कोई ना कोई त्यौहार आता है और लोग उन्हें खुशी के साथ मनाते हैं। हर एक त्यौहार का एक महत्व होता है। हमारे देश के हर त्यौहार में अलग अलग भोजन बनता है और उनकी अहमियत हमारे त्यौहारों से जुड़ी हुई होती है।
त्योहारों का मतलब सिर्फ मस्ती, छुट्टी और अच्छा खाना नहीं होता बल्कि एक दूसरे के साथ समय बिताना भी होता है। आज के दौर में बाहर का तला हुआ खाना और मीठे खाने का सेवन इतना ज्यादा बढ़ गया है की लोग अपने स्वास्थ्य के बारे में भुल जाते हैं। पहले के समय में, लोग त्यौहार के दिन पर अपने घरों में खाना बनाते थे, लेकिन आज के समय में त्यौहारों में घर पर खाना बनाने की जगह त्यौहारों में भी बाहर से ही खाना आता है।
त्यौहारों में बाहर का खाना
हम सब कही न कहीं इस बात से सहमत होंगे की हमारे एक दिन में हम इतना घर का पौष्टिक आहार नहीं खाते जितना हम बाहर का जंक फूड का सेवन करते हैं खासकर की त्यौहारों के दिनों में। त्यौहारों की शॉपिंग करने जब लोग घरों से बाहर जाते हैं तब 2-3 घंटे बाज़ार में लगना स्वाभाविक है। उस बीच भाग दौड़ में थकान के कारण लोग बाहर का खाना ही खाते हैं भूख मिटाने के लिए। इसके अलावा भी लोग ज्यादातर बाहर का खाना ही प्रेफर करते हैं क्योंंकि बाहर का खाना ज्यादा स्वादिष्ट और लजीज होता है।
फास्ट फूड और जंक फूड का ज्यादा सेवन करने से स्वास्थ्य कि कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है। बाहर का खाना ट्रांसफैट, नमक और सैचुरेटेड फेट से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें विटामिन, फाइबर, और मिनरल जैसे जरूरी पौष्टिक तत्व कम होते हैं जिसकी वजह से मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी हो सकती है।
त्यौहारों में सबसे जरूरी क्या होता है?
त्यौहारों का इंतजार सभी को रहता है लेकिन सबसे ज्यादा लोग त्यौहार में बाहर के पकवानों का इंतजार करते हैं। जबकि सबसे जरूरी तो अपनों का साथ और प्यार होता है। जब हम अपने परिवार के साथ बैठकर समय बीताएं और पुरानी यादों को ताज़ा करें। दीवाली का त्यौहार जो कि कल है, तो कल सब पूजा के बाद घर पर बने पकवान और अपनों के साथ पुरानी यादों को ताज़ा करें।
त्यौहारों उसके लिए लोग अपने घरों में ढेर सारी मिठाई और स्वादिष्ट पकवान लाएंगे लेकिन क्या त्यौहारों में बाहर का खाना खाना बहुत जरूरी होता है। इन त्यौहारों में लोग अक्सर सेहत का खयाल रखना भुल जाते हैं जिसकी वजह से सेहत पर काफी प्रभाव पड़ता है। अगर आपको अच्छा खाना खाने का मन है तो घर पर साफ और स्वच्छ खाना बनाएं और अपना और अपनों का ख्याल रखें।
परिवार के साथ कैसे समय बिताना चाहिए त्यौहारों में?
परिवार की अहमियत हर व्यक्ति को समझनी चाहिए। इसलिए इस त्यौहार में अपने परिवार के साथ समय बिताएं। रात को गेम्स खेल सकते हैं, पुरानी वीडियो और तस्वीरों को देख कर यादें ताज़ा कर सकते हैं। कई बच्चों को त्यौहारों का महत्व पता नहीं होता इसलिए उन्हें त्यौहार का महत्व, कथाएं सुनाएं ताकि उनकी रुचि बढ़े और उन्हें अपने देश के त्यौहारों की अहमियत के बारे में पता चले।
त्यौहारों में अपनों के साथ समय बिताने की आदत डाल लें। क्योंंकि जिंदगी का कोई पता नहीं अगर आप अपनी की खुशियों और उनकी फिकर करते हैं तो उनके लिए अपने स्वास्थ्य की चिंता भी कीजिए। इसलिए त्यौहारों पर अगर आपको मीठा यां कुछ खाना भी है तो उसे नियमित मात्रा में खाएं और अगर आप कुछ बाहर का खाते भी हैं तो उसके बाद कुछ चीजें करें जिनसे इसका प्रभाव कम हो जाएगा। जैसे गरम पानी पिएं, वॉक करें, डिटॉक्स ड्रिंक्स पिएं, दही खाएं, आदि।