New Update
1. तारीफ़ों के पुल बांधना।
जब बच्चा खुद को बेहद कमज़ोर मान रहा हो, उस वक्त बच्चे को हिम्मत देने के लिए और उसमें आत्मविश्वास (confidence) जगाने के लिए उसकी तारीफ़ करना, सराहना, बेहद जरूरी होता है।
मगर कुछ माँ-बाप अपने बच्चे की हर वक्त तारीफ़ करते रहते है। जो बेहद गलत होता है। ऐसा करने से बच्चे में ओवर कॉन्फिडेंस आ जाता है और इस कारण बच्चा ईगो (ego) में रहता है।
2. बच्चों की परेशानियों को बेहद छोटा समझना।
कई माँ-बाप अपने बच्चों की परेशानियाँ सुन हंसने लगते है, क्योंकि उनके लिए वो बेहद मामूली और छोटी होती है। ऐसा करना बेहद गलत होता है। और ऐसा करने से, बच्चा भी आपको अगली बार से अपनी परेशानियाँ नहीं बताना चाहेगा।
जरूरत है, बच्चों की परेशानियों को गंभीर होकर सुनने की, और उनकी भावनाओं को समझने की। जो परेशानी आपके लिए बेहद छोटी है, वो बच्चे के लिए बड़ी हो सकती है, इसीलिए बच्चे को सही राय दें और समझाएँ कि हर बात पर ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए। साथ ही, उसको विश्वास दिलाएँ कि हर चीज़ अपने समय से ठीक हो जाती है।
3. जरूरत से ज्यादा प्रोटेक्ट (protect) करना।
अक्सर माँ-बाप छोटी-छोटी चीजों के लिए, बहुत ज्यादा प्रोटेक्टिव (protective) होते है। ऐसा करना बिल्कुल सही नहीं होता है। इससे बच्चा हर बात के लिए, माँ-बाप पर निर्भर हो जाता है। और वो खुद से कुछ भी करने के लिए सक्षम नहीं हो पाता।
बच्चों को खुद से चीज़े समझने देनी चाहिए और छोटे-छोटे फ़ैसले (decision) खुद से लेने का मौका, जरूर देना चाहिए।
4. बच्चों से ज्यादा उम्मीदें रखना
कुछ माँ-बाप अपने बच्चों से, ज्यादा ही उम्मीदें रखते है। इस कारण बच्चा प्रेशर (pressure) में आ जाता है और उम्मीदें पूरा न कर पाने पर डिप्रेस (depress) हो जाता है। इसीलिए माँ-बाप को ऐसा करने से बचना चाहिए।
बच्चे से हर चीज़ पर अच्छा प्रदर्शन करने को और अपना बेस्ट (best) देने को कहें। इससे बच्चा बिना कोई प्रेशर के अपने काम को अच्छे से करने की कोशिश करेगा।
5. गंभीरता बनाये रखना
कभी बेहद सक्त बन जाना, और कभी ठीक उसी बात के लिए बेहद नर्म। ऐसा किसी भी माँ-बाप को कभी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से, बच्चे आपको गंभीरता से लेना छोड़ देते है और आपकी नकल करने लगते है।
हमेशा ध्यान रहे कि बच्चों को चीज़े सीखाने के लिए, आपको भी उस काम के लिए कॉनसिस्टेन्ट (consistent) और गंभीर रहना पड़ेगा parenting mistakes hindi