प्रेग्नेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए? प्रेगनेंसी हर महिला के लिए बेहद अनमोल पल होता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को कहीं प्रकार की दिक्कतें होती है। सेहत और शारीरिक स्वास्थ्य की वजह से कुछ को ज्यादा कुछ को कम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान प्रेग्नेंट महिला को कई सलाह मिलती हैं लेकिन यह राय अक्सर एक महिला को उलझन में डाल देती हैं कि उसके और बच्चे के लिए सबसे सही क्या है। इसलिए आज हम आपको उन चीज़ों के बारे में बताएंगे जो प्रेग्नेंसी के दौरान नहीं खानी चाहिए।
4 चीजें जो प्रेग्नेंसी में नहीं खानी चाहिए: Food To Avoid During Pregnancy
1. अधिक कैफिन
कैफीन प्लेसेंटा को पार कर सकता है और फैट्स को प्रभावित कर सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी तरह की कॉफी का सेवन हानिकारक हो सकता है, जब तक वह सीमित मात्रा में किया जाए। कैफीन की वजह से अबॉर्शन का खतरा बढ़ सकता है, जन्म के समय शिशु का वजन कम हो सकता है, शिशु मृत भी पैदा हो सकता है। इसके अलावा भी कही प्रकार के दुष्रिणाम मां को हो सकते हैं जैसे एंग्जायटी, डिहाइड्रेशन, दिल की धड़कन का असामान्य होना आदि।
2. शराब
प्रेग्नेंसी के दौरान पूरी तरह से शराब से बचना सबसे सुरक्षित है। शराब आपको और आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है और अल्कोहल के सेवन का कोई सुरक्षित स्तर नहीं है। प्रेगनेंसी के दौरान शराब पीने से आपके बच्चे के विकास पर और उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान भारी मात्रा में शराब पीने से आपके बच्चे में फोएटल अल्कोहल सिंड्रोम (FAS) नामक स्थिति विकसित हो सकती है। जिसके कारण कहीं परेशानियां हो सकती हैं जेसे दिल, किडनी और हड्डियों की बीमारी, भूलने और नींद की बीमारी हो सकती हैं।
3. पपीता
कच्चे पपीते में एक लेटेक्स पदार्थ होता है जो यूटरस के कॉन्ट्रैक्शन का कारण बन सकता है जिससे मिसकैरेज हो सकता है। पपीते में बड़ी मात्रा में पपैन होता है। पपैन के दुष्प्रभावों में से एक यह है कि लेबर पेन जल्दी होने कि संभावना बढ़ जाती है। पपीते में पाए जाने वाला लेटेक्स एक आम एलर्जेन है। एलर्जी के लक्षणों में नाक बहना, मुंह के क्षेत्र में सूजन और त्वचा पर रैशेज और कभी-कभी सांस लेने में कठिनाई हो सकता है। इसलिए पपीता नहीं खाना चाहिए प्रेग्नेंसी के दौरान।
4. कच्चा या अध्पक्का मांस
प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चे या अधपके मांस से बचना चाहिए टोक्सोप्लाज़मोसिज़ (toxoplasmosis) के जोखिम के कारण। टोक्सोप्लाज़मोसिज़ अक्सर कच्चे मांस में पाए जाने वाला बैक्टीरिया है जो मिसकैरेज, मृत जन्म और बच्चे के अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है और बच्चे की आंखों की क्षति को विकसित कर सकता है। इसलिए सॉसेज, स्टेक को नहीं खाना चाहिए।