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Global Girlhood Report 2021: दुनिया भर में एक दिन में बाल विवाह से 60 से अधिक लड़कियों की मौत

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Swati Bundela
13 Oct 2021
Global Girlhood Report 2021: दुनिया भर में एक दिन में बाल विवाह से 60 से अधिक लड़कियों की मौत



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Global Girlhood Report 2021: 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ग्लोबल गर्लहुड ने अपनी 2021 की रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में, एक दिन में करीब 60 से अधिक लड़कियों की बाल विवाह के कारण मौत हो जाती है। ये रिपोर्ट वाकई चौंका देने वाली है। अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में बाल विवाह से संबंधित सभी अनुमानित मौतों में से लगभग आधी (9,600) पश्चिम और मध्य अफ्रीका में हैं।

Global Girlhood Report 2021

सेव द चिल्ड्रन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में पाया गया है कि बाल विवाह वर्ल्ड लेवल पर एक दिन में 60 से अधिक लड़कियों की हत्या कर रहा है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि एक साल में अनुमानित 22,000 लड़कियां गर्भधारण और कम उम्र में शादी के बाद बच्चे के जन्म के कारण अपनी जान गंवा रही हैं। पश्चिम और मध्य अफ्रीका में दुनिया में बाल विवाह की दर सबसे अधिक है और काम उम्र में माँ बनने वाली लड़कियों की मृत्यु दर सबसे अधिक है।

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रिपोर्ट में पाया गया कि दक्षिण एशियाई क्षेत्र में, कम से कम 2,000, एक दिन में छह का अनुमान है, बाल विवाह से संबंधित मौतें सालाना हो रही हैं। दक्षिण एशिया के बाद पूर्वी एशिया और प्रशांत में 650 मौतें और लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में 560 वार्षिक मौतें होती हैं।

कोविड-19 महामारी से बाल विवाह पर रोक लग गई है

रिपोर्ट में, संगठन ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में बाल विवाह की प्रथा के खिलाफ प्रगति को रोक दिया है। इस वायरस ने लाखों लोगों को गरीबी में धकेल दिया, जिसके कारण अंततः महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ गए। रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "अब 2030 तक एक करोड़ लड़कियों की शादी होने की उम्मीद है, जिससे और लड़कियों के मरने का खतरा है।"

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सेव द चिल्ड्रेन इंटरनेशनल के सीईओ इंगर एशिंग ने कहा, "काम उम्र की लड़कियों के लिए बच्चे पैदा करना काफी खतरनाक है, उनका युवा शरीर इसके लिए तैयार नहीं होता।"

उन्होंने दुनिया भर की सरकारों से लड़कियों पर ध्यान केंद्रित करने और उन्हें बाल विवाह और समय से पहले बच्चे के जन्म से बचाने के लिए मानदंड लाने का आग्रह किया।

फीचरइमेज क्रेडिट: द हिंदुस्तान टाइम्स



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