Screen Time: 2020 से शुरू हुआ वर्क फ्रॉम होम आज नया ट्रेंड बन गया है। घर बैठे कम्फर्टेबल कपड़ो में, कभी बेड पर लेते-लेते काम करना लोगों को पसंद भी आ रहा है तो किसी को नहीं। इसके साथ सोशल मीडिया का बढ़ता चलन, मोबाइल लैपटॉप का इस्तेमाल हमारे स्क्रीन टाइम बढ़ा रहा है। आज लोग जब देखो स्क्रीन के आगे होते है और यह उनकी आँखों के साथ पूरी बॉडी को एफेक्ट कर रहा है।
दिन-भर एक ही जगह पर बैठे रहने से फ़ूड हैबिट्स बदल रही है, वजन बढ़ना आदि समस्या सामने आ रही है। ऐसे में स्क्रीन ही सब चीज़ो की जड़ लगती है जैसे की इंडियन पेरेंट्स हमेशा कहते रहते है। आईए जानते है कुछ इजी वेज़ स्क्रीन टाइम कम करने के लिए-
ऐप्स डिलीट करें
मोबाइल, लैपटॉप से दूरी बनाने के लिए जिन ऐप्स का आप ज़्यादा इस्तेमाल कर रहे है उसे कम करने के लिए टाइम कन्सुमिंग एप्लीकेशन को डिलीट करने की कोशिश करें। कहने को आसान है पर मुश्किल भी है। इनके बिना क्या करेंगे ख्याल आता है तो डेली शेडूल बनाएं जिसमे खेलना, व्यायाम, पेंडिंग कामों को करना शामिल हो।
स्क्रीन फ्री बैडरूम
अपनी सुविधा के लिए हमने टेलीविज़न, कंप्यूटर कमरे में लगा लिया था और अब यही हमें कमरे से बाहर निकलने से रोक रहा है। आज बच्चे, बड़े कमरे से बाहर कम ही निकलते है और स्क्रीन ही इसका कारण है। लोगों से मिलना-झुलना कम हो गया है। ऐसे में कमरे से टेलीविज़न को शिफ्ट कर बाहर लगाए जहाँ सब साथ में बैठ कर देखे और कुछ समय बाद बंद भी हो जाए।
कॉल अपनाएं
आज कल तो टेक्स्ट व इमोजीस का ज़माना है। हम टेक्स्ट तो बहुत अच्छे से कम्यूनिकेट कर पाते है पर जब मिलते है या कॉल पर बात करते है तो अवक्वार्ड, शर्म व जीजाक महसूस करते है और हमारे कम्युनिकेशन स्किल भी इसी वजह से नहीं है। ऐसे में अपने दोस्त या दूसरे व्यक्ति से टेक्स्टिंग की जगह कॉल करना प्रेफर करें।
फ़ोन साइलेंट करें
हम फ़ोन को अपने से ज़्यादा संभाल कर रखते है। यह हमारे साथ हर समय होता है यहाँ तक की टॉयलेट में लोग इसे बोरियत दूर करने के लिए ले जाते है जो ना चाहते हुए हमारा स्क्रीन टाइम बढ़ा रहा है, डिस्ट्रक्ट कर रहा है। इसके लिए आप फ़ोन की नोटिफिकेशन ऑफ कर दें, फ़ोन को साइलेंट कर फ़ोन को दूर रख दें।