Reasons You Should Always Apply Sunscreen: सनस्क्रीन के अलावा कौन सा प्रोडक्ट हमें सूरज से होने वाले नुकसान से बचाता है, स्किन कैंसर के रिस्क को कम करता है, झुर्रियों की शुरुआत को रोकता है? हम में से ज़्यादातर लोग धूप से होने वाले नुकसान से बचने के लिए गर्मियों के महीनों में सनस्क्रीन लगाने की इम्पोर्टेन्स अच्छे से जानते हैं, लेकिन असल में इसको सिर्फ गर्मियों में ही नहीं बल्कि पूरा साल इस्तेमाल करना चाहिए।
हमेशा सनस्क्रीन लगाना चाहिए फिर चाहे आपकी स्किन का कलर और कम्प्लेक्शन कुछ भी हो। आज के सनस्क्रीन पानी को रेसिस्ट करते हैं और कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स और कास्मेटिकस में शामिल हैं, जैसे कि प्राइमर, फ़ाउंडेशन, सीरम और क्रीम।
क्लॉउडी डेज़ पर भी लगाएं सनस्क्रीन
क्लॉउडी डेज़ पर भी सूरज की 80 प्रतिशत किरणें बादलों से गुजर सकती हैं, इसलिए यदि आपको लगता है कि क्लॉउडी डेज़ पर सनस्क्रीन न लगाएं तो भी चलेगा, तो आप गलत सोच रहे हैं। सनस्क्रीन लगाने की आदत एक बहुत अच्छी प्रिवेंटिव हेल्थ केयर हैबिट है जिसे सर्दियों के महीनों के साथ साथ पूरे साल बनाए रखा जाना चाहिए।
बर्फ 80 प्रतिशत तक यूवी रेज़ को रिफ्लेक्ट कर सकती है, जिससे सूरज के नुकसान के जोखिम का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, ऊंचाई जितनी ज़्यादा होगी, यूवी जोखिम उतना ही ज़्यादा होगा, इसलिए जब भी डाउट हो, हमेशा सनस्क्रीन लगाएं।
सनस्क्रीन लगाने के 5 बड़े कारण:
1. स्किन कैंसर के अपने जोखिम को कम करे
सनस्क्रीन आपकी स्किन की रक्षा करता है और स्किन कैंसर और स्किन प्री-कैंसर के विकास के आपके जोखिम को कम करता है। बाकि के सन प्रोटेक्टिव तरीकों के साथ एसपीएफ़ को लागू करना - जैसे कि डार्क कलर्स के कपड़े और धूप का चश्मा पहनना - सूरज के हानिकारक इफ़ेक्ट्स को कम करता है।
2. सनबर्न से बचाव
क्या आप जानते हैं कि सनलाइट में दो प्रकार की हानिकारक किरणें होती हैं, यूवी-ए और यूवी-बी किरणें? यूवी-ए किरणें (टैनिंग बूथों में भी यूज़ की जाती हैं) खास कर के लॉन्ग टर्म स्किन प्रॉब्लम्स (जैसे झुर्रियों का बनना) से जुड़ी होती हैं, और कुछ स्किन कैंसर से भी जुड़ी होती हैं। हालाँकि, यह यूवी-बी किरणें हैं, जो सनबर्न के लिए ज़िम्मेदार हैं और माना जाता है कि ज़्यादातर यही स्किन कैंसर का कारण बनती हैं।
सनबर्न न सिर्फ़ दर्दनाक होते हैं, उनका सबसे डेडली टाइप के कैंसर के साथ डायरेक्ट लिंक होता है। स्पेशलिस्ट कर अनुसार एक भी सनबर्न व्यक्ति के स्किन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
3. स्किन की इवन टोन को करे मेन्टेन
सनस्क्रीन स्किन के रंग को खराब होने और काले धब्बों को सूरज के नुकसान से बचाने में मदद करता है, जिससे आपको एक स्मूथ और ज़्यादा इवन स्किन बनाए रखने में मदद मिलती है।
4. स्किन की प्री-मैच्योर एजिंग से बचाता है
सूरज की यूवी रेज़ स्किन की फोटोएजिंग का कारण बनती है, जो एक मोटी, और लैदरी लुक देती है। डिस्कलरेशन और कोलेजन का टूटना, जो लाइनों, सैगीनेस और झुर्रियों में योगदान देता है। रिसर्चिज़ से पता चलता है कि 55 साल से कम उम्र के लोग जो रेगुलरली सनस्क्रीन लगाते हैं, उनमें उम्र बढ़ने के इन लक्षणों के आने की संभावना 24 प्रतिशत कम होती है।
5. ब्लॉची स्किन और हाइपरपिग्मेंटेशन से बचें
अनइवन स्किन पिगमेंटेशन (या हाइपरपिग्मेंटेशन) से हमारा मतलब स्किन के उन हिस्सों से है जो फीके पड़ जाते हैं या काले पड़ जाते हैं। यह हेरेडिटरी भी हो सकता है, लेकिन यह सूरज के संपर्क में आने के कारण भी हो सकता है। धब्बेदार स्किन या काले धब्बे चेहरे, हाथों और शरीर के बाकि हिस्सों पर कन्टिन्यूसली धूप के संपर्क में आने से आ सकते हैं। अच्छी बात यह है कि काले धब्बे (साथ ही सनबर्न, झुर्रियाँ और स्किन कैंसर) से बचने का एक आसान तरीका है- सनस्क्रीन।
इससे पता चलता है की सूरज के संपर्क का गहरा असर हो सकता है और हो सकता है कि समय से पहले स्किन की उम्र बढ़ने, स्किन कैंसर, और कई सारे स्किन प्रॉब्लम्स हो सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आप सर्दियों में या ऑफिस में बैठकर सूरज की किरणों से बच सकते हैं, तो भी अब आप जान गए होंगे कि आपको फिर भी पूरा साल सनस्क्रीन लगाना चाहिए।