करियर प्लानिंग को लेकर जब सोचने लगते है तो विचारों की लहर मन में उमड़ आती है और महिलाओं के मन में यह ख्याल ज़रूर आते है जैसे कि क्या इसके साथ घर संभाला जा पायेगा, घर वाले इसको दूर भेजने की इजाज़त देंगे, माँ-बाप, शादी, बच्चे, सास, ससुर का क्या होगा इन सब सवालों ने करियर प्लानिंग को और भी मुश्किल बना दिया है तो आईए जानते है किन बातो पर ध्यान रखना भी है ज़रूरी और कैसे करें करियर की प्लानिंग-
करियर की प्लानिंग कैसे करें?
1. देखा देखी न करें
अक्सर माँ-बाप दूसरों की करियर में सफलता को देखकर आप को वहीं चुनने को कहते है। वह आपको खुश, सुखी और सफल देखना चाहते पर क्या आप वह काम कर पाएंगे या नहीं यह विचार नहीं करते। सबसे पहले अपने परिवार को अपनी करियर चॉइस बताये और समझाएं ताकि सोसाइटी का दबाव कम हो सके।
2. पूरी रिसर्च करें
करियर प्लानिंग के लिए ज़रूरी है आप जो मार्ग चुन रहे है उसके बारे में पूरी जानकारी रखते हो और साथ ही साथ आप अपने बारे में भी जानकारी रखे जैसे कि आपकी कैपेसिटी क्या है?, आपकी ताकत और कमज़ोरी क्या है?, आपकी लाइफ से एक्सपेक्टेशंस क्या है इत्यादि। यह आपको भविष्य में करियर चुनने में मदद करेगी।
3. सीखने से शुरआत करें
जब आप कोई काम कर सकते है, आपकी पसंद व पैशन है इसका मतलब यह नहीं आप उसे करने से पूरी तरह सक्षम है। आपको उस फील्ड में सीखने हैं जररूत हैं क्योंकि आपने अभी रास्ता चुना सफ़र नहीं किया, आप उनमें आने वाली रुकावटों, मुश्किलों से अनजान है। इसीलिए पहले सीखना शुरू करें।
4.फोकस रहें
जब आप अपना करियर निश्चित कर लेते है तो ध्यान कभी कभी भटक जाता है, कुछ और करने का मन भी करता है या अगर समय लग रहा है तो आप डिमोटिवेट व आलसी होने लगते है। इसीलिए जब भी आप फोकस खोने लगे व करियर चॉइस पर डाउट होने लगे तो अपनी की गई मेहनत और अपने ऊपर एक बार नजर डालें।
5. एक्सपर्ट की सलाह लें
जब आप कोई करियर चुनते है तो मन में ख्याल आता है अगर असफल हुए तो?, माता-पिता नहीं माने तो?, सब कुछ कैसे होगा आदि बातों को लेकर असमंजस में पड़ने की बजाए किसी एक्सपर्ट की सलाह लें। आप अपने दोस्त, करीबी या विशेषज्ञ की मदद लें सकते है जो आपको सपोर्ट भी करें और करियर प्लानिंग में मदद भी।