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Importance Of Periods: क्यों जरूरी होता है, एक औरत के लिए पीरियड्स आना

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Swati Bundela
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Importance of Periods: पीरियड्स एक महिला के फिजिकल और इमोशनल हेल्थ के लिए अच्छा होता है। पीरियड्स के फायदे विशेष रूप से तब अच्छे होते हैं, जब आपके हार्मोन स्टेबल होते हैं, और आपका पीरियड साइकिल रेगुलर होता है।

Importance of Periods: क्यों जरूरी होता है पीरियड्स आना - 


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1. पीरियड्स की शुरुआत

वैसे कुछ लक्षण नॉर्मल मेंस्ट्रुएशन शुरू होने से पहले ही दिखने लगते हैं, जैसे कि पीरियड्स शुरू होने के करीब दो साल पहले से ही ब्रैस्ट का विकास शुरू हो जाता है। इसके अलावा अंडरवियर पर वैजिनल डिस्चार्ज भी एक अन्य लक्षण है। पीरियड्स आमतौर पर 8 से 16 साल की उम्र के बीच शुरू होते हैं, जिसे मेनार्चे कहा जाता है।

2. पीरियड्स में उसकी बॉडी में आने वाले बदलाव

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पीरियड्स के बाद हार्मोन्स में बदलाव से कई शरीर में बदलाव होने लगते है। पीरियड्स से बालों की ग्रोथ पर भी बहुत असर पड़ता है, ब्रेस्ट का शेप आना, यह सभी पीरियड आने के बाद होता हैं। आपकी त्वचा ऑयली हो जाती है, जिससे पीरियड्स के दौरान मुंहासे होने का खतरा रहता है। इस दौरान मूड स्विंग्स भी बहुत अधिक होते है, हालांकि ये सभी बदलाव सेल्फ-हार्मोन के लेवल पर निर्भर करते हैं।

3. पीरियड्स के टाइम में ध्यान रखे 

कई लड़कियों को ब्लीडिंग ज्यादा होती है, तो कई को कम, यह सब आपके शरीर के हार्मोन लेवल पर निर्भर करता है, लेकिन इस समय सबसे ज्यादा ध्यान देना पड़ता है, क्योंकि इस समय इन्फेक्शन का खतरा भी ज्यादा होता है। इस समय साफ-सफाई का ध्यान रखें। गंदे कपड़े न पहनें और साफ सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें। पीरियड्स के दौरान रोजाना नहाएं।

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4. खाने पीने का ध्यान रखे

इस दौरान जितना हो सके हेल्दी डाइट लें। जिन लोगों को वाटर रिटेंशन की समस्या है, उन्हें इस दौरान चीनी, नमक, कॉफी, चॉकलेट का सेवन कम करना चाहिए। अगर आप ज्यादा मसालेदार या ऑयली खाना खाना चाहते हैं, तो इस दौरान इसे कम करें, खासकर अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है।

5. पीरियड्स इर्रेगुलर होने से होने वाली प्रॉब्लम

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ज्यादा स्ट्रेस के कारण भी इर्रेगुलर पीरियड्स होते हैं। एक्सपर्ट का कहना है, कि स्ट्रेस का सीधा असर हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन पर पड़ता है। इन हार्मोन्स के प्रभाव से पीरियड्स इर्रेगुलर होने लगते है। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन नामक तीन हार्मोन होते हैं। इर्रेगुलर पीरियड्स की वजह से पीसीओडी, थायरॉइड और कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं।


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