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Importance Of Weightlifting For Women: 5 कारण क्यों महिलाओं को अपने वर्कआउट में वेटलिफ्टिंग को शामिल करना चाहिए

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Swati Bundela
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Importance Of Weightlifting For Women: अक्सर पुरषों को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हुए देखा है तब से यही मानना रहा है कि वेट लिफ्टिंग शरीर को मैनली और सुड़ोल बनाने के लिए की जाती है। इससे शरीर को मजबूत बनाया जाता है जो लड़ने, बॉक्सिंग, खेल-कूद आदि के लिए ज़रूरी है पर ऐसा नहीं है, यह महिलाओं के लिए भी उतनी ज़रूरी है और फायदेमंद भी। 

Importance Of Weightlifting For Women: 5 कारण क्यों महिलाओं को अपने वर्कआउट में वेटलिफ्टिंग को शामिल करना चाहिए - 



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1. वज़न जल्दी कम होता है

अक्सर महिलाओं को वज़न कम करने के लिए कार्डिओ एक्ससरसीज के जैसे कि ट्रेडमिल पर भागना, दौड़ना, जुम्बा, एरोबिक आदि की सलाह दी जाती है पर वेट लिफ्टिंग भी वज़न कम करने में काफी मददगार है,जिससे मसल्स विकसित होने के साथ फैट भी बर्न होता है और वज़न जल्दी कम होता है।

2. हड्डियों को मजबूती देता है

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महिलाओं में बोन डेन्सिटी कम होने लगती है, ऐसे में वेट ट्रेनिंग जल्दी बोन डेंसिटी कम हो जाने की संभावना को कम करता है। हड्डियों को मजबूत करता है, मसल्स मास बढ़ने में मदद करता है, मांसपेशियां विकसित होती है जिससे हड्डियां जल्दी कमज़ोर नहीं होती।

3. सेहत के लिए फायदेमंद

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से उच्च रक्तचाप की समस्या दूर होती है, रक्तचाप का स्तर नियंत्रण में रहता है। खाने से मिलने वाले पोषण शरीर को लगते है और पाचन तंत्र में भी सुधार आता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से शरीर को आराम भी मिलता है और नींद अच्छे से आती है। यह गुड हॉर्मोन्स रिलीज़ करते है जिससे मन तनाव मुक्त रहता है।

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4.पोस्चर सही होता है

वेट लिफ्टिंग करने से बॉडी पर दबाव पड़ता हैं जिससे उठने-बैठने, खड़े होने के पोस्चर में बदलाव आता है, जिन लोगों के शरीर का आसन सही नहीं है, पीठ दर्द, कमर दर्द, जोड़ो के दर्द की शिकायत रहती है वह ट्रेनर की सहायता से वेट लिफ्टिंग ज़रूर करें। बिना विशेषज के स्ट्रेंथ ट्रेनिंग न करें यह फायदे से ज़्यादा नुकसान करेगा।

5. मांसपेशियों का होता है निर्माण

वेट लिफ्टिंग सिर्फ शरीर का वज़न कम नहीं करता, यह मांसपेशियों का निर्माण भी करता है जिससे शरीर को मजबूती मिलती है। वज़न कम होने के बाद शरीर में कमज़ोरी रहती है पर स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से ऐसी समस्या नहीं होती बल्कि चोट लगने की संभावना भी कम हो जाती है।



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