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कुछ साल पहले तक मैं हर समय मंगलसूत्र पहनती थी। मुझे इसे पहनने पे न तो अजीब लगा और ना ही इससे मुझे कोई फरक पड़ा । यह मेरे गले में था, इसलिए मैंने इसे पहन लिया। लेकिन एक दिन, मुझे एहसास हुआ कि मैं ऑर्नामेंट्स पहनने की ज़्यादा शोककेँ नहीं थी और अगर मैंने इसे पहनना बंद कर दिया तो मेरे पति के साथ मेरा रिश्ता प्रभावित नहीं होगा। इसके अलावा, ऐसा नहीं था कि मैं इसे पहनना बंद करना चाहती थी क्योंकि मैं अब अपने पति से प्यार नहीं करती। मैंने उसे साफ़ साफ़ कहा कि मुझे मंगलसूत्र पहनना पसंद नहीं है और उसने बस अपने कंधे उचकाए और बोला " तो निकाल दो न, ’और बस यही हुआ।
एक मंगलसूत्र सिर्फ एक जेवेलरी हो सकता है. यह एक पवित्र धागा भी हो सकता है जिसे आप एक विवाहित महिला होने के निशान के रूप में पहनते हैं। यह सब आपके नज़रिये के ऊपर निर्भर करता है।
केवल एक चीज़ जिसकी मुझे चिंता थी, वह मेरी सास (जो मेरे फैसले से उतना ही शांत थी) और मेरे आसपास की अन्य महिलाओं के रिएक्शन थे। मुझे लगता है यही कारण है कि मंगलसूत्र पहनना बहुत सारी महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है, इसके अलावा यह एक सांस्कृतिक आदर्श है- यह आपको बेहतर तरीके से फिट होने में मदद करता है। आपके सोशल सर्किल की महिलाएं आपको ज़्यादा स्वीकार करती हैं, खासकर अगर आप रूढ़िवादी सेट-अप में रहते हैं।
मंगलसूत्र पहनना या नहीं पहनना हर महिला के लिए पसंद की बात होनी चाहिए। अगर यह आपके लिए कुछ मायने रखता है और आपकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, तो आपको इसे गर्व के साथ पहनना चाहिए, बिना ये सोचे की दूसरे लोग इसके बारे में क्या कहेंगे। इसी तरह, अगर मंगलसूत्र पहनने का मतलब आपके लिए कुछ भी नहीं है, या अगर आपको लगता है कि ये एक regressive norm है और इसे पहनने से आपकी पहचान आपकी शादी तक ही सीमित हो जाएगी तो आप इसे सहकर्मी या सामाजिक दबाव के कारण मत पहनिए। मंगलसूत्र पहनना या न पहनना आपका विकल्प है.
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