Advertisment

Is Cooking Only Women's Responsibility: क्यों महिलाओं को ही हमेशा खाना बनाने की जिम्मेदारी दी जाती हैं?

author-image
Swati Bundela
New Update


Advertisment

Is Cooking Only Women's Responsibility: जब घर के काम करने की बात आती है, तो ज्यादातर भारतीय घरों में घर का काम और खाना बनाना अभी भी महिलाओं को ही करना पड़ता है। परिवारों में सिर्फ पुरुष ही नहीं, बल्कि कई महिलाओं का मानना ​​है कि घर का काम करना बहू का कर्तव्य है। इस तरह की धारणाएं केवल वैवाहिक असहमति और रोजाना झगड़ों की ओर ले जाती हैं, जब पत्नियां ऐसी अपेक्षाओं को पूरा करने में "विफल" होती हैं।

Is Cooking Only Women's Responsibility: लड़कियां घर का काम करेंगी और लड़के बहार का काम

ऐसा इसलिए हैं क्योंकि भारत में पुरुषों को ऐसे ही पाला जाता हैं। जब से वे पैदा हुए हैं, उन्होंने देखा हैं कि उनकी बहन या माँ या बड़े भाई की पत्नी खाना पकाने और सफाई करने का काम करती हैं, जबकि घर के पुरुष बैठे रहते हैं या सिर्फ कमाने के लिए बाहर जाते हैं। भारत में माताएं यह सुनिश्चित करती हैं कि उनके लाडले बेटे को शादी के बाद उंगली न हिलानी पड़े, लेकिन उनकी बेटियों को पूरे समय खाना बनाना चाहिए। लगभग सभी भारतीयों की मानसिकता में ऐसा ही होता हैं।

Advertisment

घरेलू कामों को एक जिम्मेदारी के रूप में एक दूसरे में बांट के करने के लिए होता हैं, न कि औरतों पर सारा काम छोड़ने के लिए।

ऐसा नहीं हैं कि घरेलू काम का बोझ केवल गांव की महिलाओं पर ही पड़ता हैं। शहरों में रहने वाली महिलाओं को भी इसका सामना करना पड़ता हैं। महिलाओं के पास सफल करियर हो सकता हैं, और यहां तक वे काम कर के जाती हैं घर का। ऐसा नहीं हैं कि पुरुष कपड़े धोने या घर की धुलाई आदि कार्यों में मदद नहीं करते हैं, लेकिन उनका योगदान अभी भी छोटा हैं।  

इसे सहन करती हैं

Advertisment

जब आप एक ऐसे घर में पाले-बढ़े हैं जहाँ आपकी माँ ने आपके पिता की मदद करने से इंकार कर दिया हैं, तो आप उम्मीद करती हैं कि आपके पति भी उसी तरह होंगे। आपको यह भी लगता हैं कि यदि आपका पति कपड़े धोने या बर्तन धो रहा हैं तो आप एक पत्नी के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभा रही हैं।

महिलाए घर का काम मिल कर करने का फायदा

एक परिवार में पुरुषों और महिलाओं दोनों का काम करने की ज़रूरत हैं, तो दूसरी ओर, उनके घर के कामों को समान रूप से काम को बाटना भी उतना ही महत्वपूर्ण हो जाता हैं। इस तरीके से घरो के सारे काम साथ में करने से एक अच्छा समंध बनता हैं, पति और पत्नी में। इसके अलावा एक दूसरे को समझने में, एक दूसरे की जरूरतें पूरी करने में भी और इसके साथ यह पति और पत्नी दोनों को अपने बच्चो के साथ समय बिताने में और सही चीजें सिखाने में मदद करता हैं।

Advertisment



Advertisment

फेमिनिज्म
Advertisment