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शादी के बाद घर संभालना क्या सिर्फ़ पत्नी की ज़िम्मेदारी होती है?

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Swati Bundela
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शादी के बाद घर की ज़िम्मेदारियां विवाहित महिला पर आ जाती है। शादी से पहले भी हर लड़के वालों का परिवार बस यहीं देखता है की लड़कियों को घर का सारा काम करना आता है या नहीं। उनसे सवाल पूछे जाते है बहुत बार जैसे - दाल में तड़का कैसे देते है, चावल में कितना पानी डालता है और भी कई सारे सवाल जब तक उन्हें पूरी तस्सली ना हो।

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शादी के बाद फिर सुबह घर में सबसे पहले उठना और रात में घर का सारा काम खत्म करके सबसे देर में सोना। वो बंध जाती है किचन से घर की देहलीज तक। उन्हें रट जाते है सारे दाम हर सब्जियों के और सबकी पसंद। जब शादी दो लोगो के बीच होती है, तो जिम्मेदारियां दोनो में बराबर क्यों नही बटती? हर बार घर की सारी जिम्मेदारियां विवाहित महिला की होती है? शादी जब दो लोगो को बराबरी का दर्जा देती है तो घर के काम भी बराबर होने चाहिए ।

शादी के बाद घर की ज़िम्मेदारियां बाटनी चाहिए ताकि दोनो खुदके लिए वक्त निकाल पाए



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1. खाना बनाना सिर्फ पत्नी का काम नहीं

खाना बनाना केवल लड़कियों का काम नही है। ये एक आम कला है जो सबको आनी चाहिए, किसी की थाली में परोसने के लिए नहीं| बल्कि अपना पेट भरने के लिए, ताकि जब जिंदगी कभी ठोकर मारे, तो हम फिर एक दिन भूखे पेट ना रहे ।

2. सभी चीज़ो का ख़याल रखे

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सब्जियों के भाव से लेके बाज़ार में मोल -भाव करना, सबकी पसंद तक का ख्याल विवाहित पुरुष को भी रखना चाहिए।

3. बच्चे की परवरिश की ज़िम्मेदारी मिल बाट के उठाये

शादी के बाद बच्चा होने पर, महिलाओं पर मानसिक रूप से कई ज़ोर पड़ता है। रात रात भर जागने से, बच्चे की छोटी से छोटी ज़रूरत का ख्याल पुरुषों को भी करना चाहिए।

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4. घर के काम में हाथ बटाए

हमें खाना तो मिल जाता है, मगर कोई ये ध्यान नहीं रखता जिस थाली में खाना मिल रहा है, उसे धोने के लिए कितनी मेहनत लगती है । खाने से लेकर बर्तन धोने तक मिलकर काम करना चाहिए। घर की ज़िम्मेदारियां

5. पत्नियों को भी छुट्टी की ज़रूरत है

पुरुषों का काम दिन में ज्यादा से ज्यादा 7 से 8 घंटे का होता है। मगर शादी के बाद विवाहित महिला 24 घंटे काम करती है, बिना किसी छुट्टी के इसलिए उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख़याल रखे। कभी उन्हें बाहर ले जाये ,उन्हें भी छुट्टी की ज़रूरत है।



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