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कच्चा पपीता ज़्यादातर अलग-अलग तरह की सब्ज़ियां बनाने में इस्तेमाल होता है। कच्चा पपीता बहुत से एक्सोटिक फ्रूट्स की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को कच्चा पपीता खाने से मना किया जाता है क्योंकि यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं माना जाता है। आइये आज हम बात करेंगे कच्चा पपीता खाने के फायदों के बारे में (kaccha papita khane ke faayde)। कच्चा पपीता खाने के फायदें
हम सभी जानते हैं कि पपीता कितना अच्छा होता है, हमें भारत में बहुत सारे फल मिलते हैं। हालांकि, कच्चा पपीता तब चुना जाता है जब यह हरा होता है, इसलिए यह अपने सभी प्राकृतिक एंजाइमों को बरकरार रखता है। पके हुए पापीती की तुलना में इसमें बहुत ज़्यादा एक्टिव एंजाइम होते हैं। कच्चे पपीते के दो पावर-पैक एंजाइमों में काइमोपैन और पपैन शामिल हैं। दोनों एंजाइम प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के ब्रेकडाउन में मदद करते हैं।
एक झाड़ू के काम के समान, कच्चा कसा हुआ पपीता आपके कोलोन और आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को साफ करता है। कच्चे पपीते में फाइबर होते हैं जो इंटरनल क्लीन्ज़र की तरह काम करते है और किसी को भी पुरानी कब्ज, एसिडिटी, बवासीर और दस्त सुधरने में मदद करता है। कच्चे पपीते में मौजूद एंजाइम लेटेक्स आपके शरीर को अंदर से साफ़ कर देता है ।
ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ न्यूट्रिशन ने पाया कि कच्चे पपीते में कैरोटीनॉयड की असाधारण मात्रा होती है, वास्तव में गाजर और टमाटर से भी ज़्यादा। इसके अलावा, कच्चे पपीते में पाए जाने वाले कैरोटीनॉयड ह्यूमन बॉडी के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं।
कच्चे फल स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। कच्चे पपीते में बहुत ज़्यादा मात्रा में फाइबर होते हैं जो की स्किन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं और हमे स्किन प्रोब्लेम्स से छुटकारा दिलवाते हैं। कच्चे पपीते को रोजाना खाने से स्किन पर मुंहासे और पिगमेंटेशन जैसी स्थिति में मदद मिलती है। हरे पपीते में डेड सेल डिज़ोल्विंग एबिलिटी होती है, इसलिए यह आपकी रसोई में सबसे अच्छा ब्यूटी प्रोडक्ट है। कच्चा पपीता खाने के फायदें
1.एंजाइम्स का पावरहाउस
हम सभी जानते हैं कि पपीता कितना अच्छा होता है, हमें भारत में बहुत सारे फल मिलते हैं। हालांकि, कच्चा पपीता तब चुना जाता है जब यह हरा होता है, इसलिए यह अपने सभी प्राकृतिक एंजाइमों को बरकरार रखता है। पके हुए पापीती की तुलना में इसमें बहुत ज़्यादा एक्टिव एंजाइम होते हैं। कच्चे पपीते के दो पावर-पैक एंजाइमों में काइमोपैन और पपैन शामिल हैं। दोनों एंजाइम प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के ब्रेकडाउन में मदद करते हैं।
2.इंटरनल क्लीन्ज़र
एक झाड़ू के काम के समान, कच्चा कसा हुआ पपीता आपके कोलोन और आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को साफ करता है। कच्चे पपीते में फाइबर होते हैं जो इंटरनल क्लीन्ज़र की तरह काम करते है और किसी को भी पुरानी कब्ज, एसिडिटी, बवासीर और दस्त सुधरने में मदद करता है। कच्चे पपीते में मौजूद एंजाइम लेटेक्स आपके शरीर को अंदर से साफ़ कर देता है ।
3. न्यूट्रिएंट्स के पावरहाउस
ब्रिटिश जर्नल ऑफ़ न्यूट्रिशन ने पाया कि कच्चे पपीते में कैरोटीनॉयड की असाधारण मात्रा होती है, वास्तव में गाजर और टमाटर से भी ज़्यादा। इसके अलावा, कच्चे पपीते में पाए जाने वाले कैरोटीनॉयड ह्यूमन बॉडी के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं।
4. स्किन क्लियर करता है
कच्चे फल स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। कच्चे पपीते में बहुत ज़्यादा मात्रा में फाइबर होते हैं जो की स्किन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं और हमे स्किन प्रोब्लेम्स से छुटकारा दिलवाते हैं। कच्चे पपीते को रोजाना खाने से स्किन पर मुंहासे और पिगमेंटेशन जैसी स्थिति में मदद मिलती है। हरे पपीते में डेड सेल डिज़ोल्विंग एबिलिटी होती है, इसलिए यह आपकी रसोई में सबसे अच्छा ब्यूटी प्रोडक्ट है। कच्चा पपीता खाने के फायदें