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आप डेटिंग की दुनिया में नए हों या पुराने, एक रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए ये पता करना थोड़ा मुश्किल तो सभी के लिए होता है और ये पता ना हो तो या तो आप अनरियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन रख लेते हैं या रिलेशनशिप में आने के बाद पछताते हैं। इसलिए हम आपको बताएँगे कि कैसे जानें रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए।
जब ये समझ ना आए कि रिलेशनशिप से आप क्या चाहती हैं तो उन चीज़ों की लिस्ट बनाएँ जो आप बिल्कुल भी नहीं चाहतीं। ये आपके लिए आसान रहेगा। आप जिन क्राइटीरियाज़ पर सामनेवाले को रिजेक्ट करेंगी, उनको एक डायरी में नोट कर लें ताकि आपके मन में अपनी ज़रूरतों की एक क्लियर इमेज बन जाए और आप किसी को डेट करते समय कनफ्यूज़न में ना रहें। उदाहरण के तौर पर मैं एक ऐसे व्यक्ति के साथ रिलेशनशिप में नहीं आना चाहूँगी जो अब्यूजिव हो, ट्रस्टवर्दी ना हो या लॉयल ना हो। आप भी ऐसी ही एक लिस्ट तैयार कर लीजिए।
आपके वैल्यूज़ ही ये तय करते हैं कि आप कैसी ज़िंदगी जीना चाहती हैं। हालाँकि ये एक्सपेक्ट करना थोड़ा अनरियलिस्टिक है कि आपके पार्टनर आपकी सभी वैल्यूज़ शेयर करेंगे लेकिन आपका ये जानना बहुत ज़रूरी आपकी ज़िंदगी में वो कौनसे पर्सनल वैल्यूज़ और प्रिंसिपल्स हैं जिनके साथ आप बिल्कुल भी समझौता नहीं कर सकतीं। जब आप अपने बिलीफ़्स को फिगर आउट कर लेंगी तो आपको समझ आ जाएगा आप अपने रिलेशनशिप को किन प्रिंसिपल्स पर चलाना चाहती हैं।
अपने सभी पास्ट रिलेशनशिप्स के बारे में सोचिये, चाहें वो रोमांटिक रिलेशन हो या फ़ैमिली रिलेशन। आपके जितने भी रिश्ते बुरी तरह से खत्म हुए, उनके खत्म होने के कारण ऐनालाइज़ कीजिए। साथ ही एक-एक करके सारे पास्ट रिलेशनशिप्स की उन बड़ी कमियों को भी नोट डाउन करिए जिनकी वजह से आप अपने साथी के साथ असंतुष्ट महसूस करती थीं। अपने पास्ट एक्सपीरिएंसेस से सीख लीजिए। ऐसा करने से आपको निगेटिव पैटर्न्स नज़र आ जाएँगे और आप समझ पाएंगी कि आने वाले रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए। (कैसे जानें रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए)
सोचिये कि आपको किस तरह का रिलेशनशिप चाहिए। आप ख़ुद से और पार्टनर से क्या एक्सपेक्ट करती हैं। कमिटमेंट से पहले ख़ुद को थोड़ा समय ज़रूर दें। ऐसा ना हो कि आप पहले ही लोगों को अपनी ज़िंदगी में एंट्री देदें और फ़िर समझ आये कि वो तो आपकी बेसिक ज़रूरतों को भी फ़ुलफिल नहीं कर पा रहे। साथ ही रियल और अनरियल एक्सपेक्टेशन में फ़र्क समझिये। बहुत ज़्यादा एक्सपेक्ट करने से आपको कभी भी सैटिसफ़ैक्शन नहीं मिल पाएगा।
दूसरों के रिलेशनशिप्स भी आपको इफेक्ट करते हैं। कुछ लोग आपको रिलेशनशिप गोल्स दे जाते हैं तो कुछ लोग वाॅर्निंग। आपकी फ़ैमिली में या दोस्तों में यकीनन कुछ लोग रोमांटिक रिलेशनशिप में रहे होंगे और आपको उनकी समस्याओं का पता होगा। ऐनालाइज़ करिए कि किसके रिलेशनशिप ने आपको इंस्पायर किया है और किसने आपके मन में शंकाएं पैदा की हैं। इससे आप समझ पाएँगे कि आप अपना रिलेशनशिप कैसा चाहती हैं।
1. उन चीज़ों की लिस्ट तैयार कीजिए जिनसे आप बिल्कुल भी कंप्रोमाइज़ नहीं कर सकतीं
जब ये समझ ना आए कि रिलेशनशिप से आप क्या चाहती हैं तो उन चीज़ों की लिस्ट बनाएँ जो आप बिल्कुल भी नहीं चाहतीं। ये आपके लिए आसान रहेगा। आप जिन क्राइटीरियाज़ पर सामनेवाले को रिजेक्ट करेंगी, उनको एक डायरी में नोट कर लें ताकि आपके मन में अपनी ज़रूरतों की एक क्लियर इमेज बन जाए और आप किसी को डेट करते समय कनफ्यूज़न में ना रहें। उदाहरण के तौर पर मैं एक ऐसे व्यक्ति के साथ रिलेशनशिप में नहीं आना चाहूँगी जो अब्यूजिव हो, ट्रस्टवर्दी ना हो या लॉयल ना हो। आप भी ऐसी ही एक लिस्ट तैयार कर लीजिए।
2. अपनी पर्सनल वैल्यूज़ फ़िगर आउट करिए
आपके वैल्यूज़ ही ये तय करते हैं कि आप कैसी ज़िंदगी जीना चाहती हैं। हालाँकि ये एक्सपेक्ट करना थोड़ा अनरियलिस्टिक है कि आपके पार्टनर आपकी सभी वैल्यूज़ शेयर करेंगे लेकिन आपका ये जानना बहुत ज़रूरी आपकी ज़िंदगी में वो कौनसे पर्सनल वैल्यूज़ और प्रिंसिपल्स हैं जिनके साथ आप बिल्कुल भी समझौता नहीं कर सकतीं। जब आप अपने बिलीफ़्स को फिगर आउट कर लेंगी तो आपको समझ आ जाएगा आप अपने रिलेशनशिप को किन प्रिंसिपल्स पर चलाना चाहती हैं।
3. पिछले रिलेशनशिप से आपको किस बात की शिकायत थी?
अपने सभी पास्ट रिलेशनशिप्स के बारे में सोचिये, चाहें वो रोमांटिक रिलेशन हो या फ़ैमिली रिलेशन। आपके जितने भी रिश्ते बुरी तरह से खत्म हुए, उनके खत्म होने के कारण ऐनालाइज़ कीजिए। साथ ही एक-एक करके सारे पास्ट रिलेशनशिप्स की उन बड़ी कमियों को भी नोट डाउन करिए जिनकी वजह से आप अपने साथी के साथ असंतुष्ट महसूस करती थीं। अपने पास्ट एक्सपीरिएंसेस से सीख लीजिए। ऐसा करने से आपको निगेटिव पैटर्न्स नज़र आ जाएँगे और आप समझ पाएंगी कि आने वाले रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए। (कैसे जानें रिलेशनशिप से आपको क्या चाहिए)
4. आपको किस तरह का रिलेशनशिप चाहिए?
सोचिये कि आपको किस तरह का रिलेशनशिप चाहिए। आप ख़ुद से और पार्टनर से क्या एक्सपेक्ट करती हैं। कमिटमेंट से पहले ख़ुद को थोड़ा समय ज़रूर दें। ऐसा ना हो कि आप पहले ही लोगों को अपनी ज़िंदगी में एंट्री देदें और फ़िर समझ आये कि वो तो आपकी बेसिक ज़रूरतों को भी फ़ुलफिल नहीं कर पा रहे। साथ ही रियल और अनरियल एक्सपेक्टेशन में फ़र्क समझिये। बहुत ज़्यादा एक्सपेक्ट करने से आपको कभी भी सैटिसफ़ैक्शन नहीं मिल पाएगा।
5. दूसरों के रिलेशनशिप्स में आपको क्या परेशानियाँ नज़र आती हैं?
दूसरों के रिलेशनशिप्स भी आपको इफेक्ट करते हैं। कुछ लोग आपको रिलेशनशिप गोल्स दे जाते हैं तो कुछ लोग वाॅर्निंग। आपकी फ़ैमिली में या दोस्तों में यकीनन कुछ लोग रोमांटिक रिलेशनशिप में रहे होंगे और आपको उनकी समस्याओं का पता होगा। ऐनालाइज़ करिए कि किसके रिलेशनशिप ने आपको इंस्पायर किया है और किसने आपके मन में शंकाएं पैदा की हैं। इससे आप समझ पाएँगे कि आप अपना रिलेशनशिप कैसा चाहती हैं।