मेनोपॉज क्या होता है? मेनोपॉज उस स्थिति को कहते हैं जब महिलाओं के पीरियड आना बंद हो जाता है। ज्यादा उम्र होने के बाद महिलाओं के पीरियड्स बंद होते हैं और फिर वह गर्भधारण नहीं कर पाती, जानिए मेनोपॉज के बारे में कुछ और चीजें।
मेनोपॉज क्या होता है?
महिलाओं के पीरियड्स 15 या 16 के उम्र से शुरू होकर 45 से 50 की उम्र तक रहते हैं। इस समय के बीच महिलाओं को हर महीने 5 से 6 दिन पीरियड्स आते हैं। जो महिलाओं को गर्भधारण करने में मदद करती हैं। लेकिन जैसे ही महिलाओं की उम्र बढ़ती है और महिलाएं 45 साल की हो जाती है तो महिलाओं को मेनोपॉज आ सकते हैं। महिलाओं के लिए मेनोपॉज होना स्वाभाविक है जिस तरह से पीरियड शुरू होते हैं उस तरह से पीरियड एक समय के बाद खत्म भी होते हैं।
एक बार महिलाओं के पीरियड्स बंद हो जाए तो महिलाएं गर्भधारण नहीं कर सकती जिसका मतलब है कि वह मेनोपॉज होने के बाद मां नहीं बन सकती। जब महिलाओं का मेनोपॉज पास आता है तो महिलाओं को कई लक्षण दिखाई देते हैं जिसकी वजह से वह समझ सकती है कि उनके पीरियड बंद होने वाले हैं।
अगर महिलाओं को 45 की उम्र के बाद ज्यादा दिन तक पीरियड्स आ रहे हैं या फिर कम दिन पीरियड आ रहे हैं तो इसका मतलब है कि धीरे-धीरे उनके पीरियड बंद हो जाएंगे। इसके अलावा पीरियड में ज्यादा पेट दुखना कमर ,दर्द और हर महीने एक ही समय पीरियड ना आना ऐसी कई चीजें पीरियड बंद होने का संकेत देती है।
मेनोपॉज ने होने वाली समस्या
जब महिलाओं के मेनोपॉज का समय पास आता है तो महिलाएं चिड़चिड़ापन या डिप्रेशन महसूस करती है। इसके अलावा महिलाएं बेचैनी महसूस करती है और घबराहट होने लगती है। जब मेनोपॉज आता है तो वजाइना में जलन होना ,वजाइना सुखी रहना ऐसी समस्याएं आ सकती है।
मेनापॉज आना यह कोई घबराने की बात नहीं है यह एक नैसर्गिक प्रक्रिया है। इसलिए अगर किसी महिला को ऐसा लग रहा है कि उनका मेनोपॉज आने वाला है या फिर उनके पीरियड में असमानताए दिख रही है तो जरूर डॉक्टर के पास जाकर जांच कर ले। मेनोपॉज कोई बीमारी नहीं है यह बस पीरियड बंद होने की बात है।