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हर घर में लौंग, इलायची, सौंफ का उपयोग मसालों, मुखवास, औषधि के रूप में किया जा रहा है। रात को खाने के बाद अक्सर लोग मिश्री के साथ इलायची का सेवन करते है जिस से मूँह की बदबू भी दूर होती और सेहत पर भी इनका अच्छा प्रभाव पड़ता है पर किसी भी चीज़ की अधिकता नुकसानदायक हो सकती है चाहे वो छोटी सी इलायची क्यों न हो।
इलायची कब होती है नुकसानदायक?
इलायची एंटी-ऑक्सीडेंट और डाइयूरेटिक गुणों से भरपूर होती है जिससे पाचन तंत्र में सुधार होता है पर अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में टॉक्सिक अवयव बन जाता है जो उलटी, मतली, लिवर की समस्या, गले में खराश, मूँह सुखना जैसी समस्या खड़ी कर सकता है। इसलिए दिन में २ से ३ इलायची के दानों का सेवन ही सुरक्षित माना गया है।
लौंग कब होती है नुकसानदायक?
लौंग का उपयोग चाय में, चावल में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह स्वाद के साथ कब्ज़, अपच की समस्या को दूर करता है। अगर यह ज़्यादा डाल दिया जाएं तो खाना कड़वा लगने लगता है और अधिक सेवन हाइपोग्लाइसेमिया का कारण बन सकता है जिससे व्यक्ति बेसुध हो जाता है। ऐसे में रोज़ 2-3 दानों से ज़्यादा लौंग का सेवन करने से परहेज करे या कभी कभी ही इस्तेमाल करें।
सौंफ क्यों होती है नुकसानदायक?
सौंफ सांस की बदबू दूर करने के लिए, पाचन क्रिया को तेज़ करने के लिए अथवा खून साफ़ करने में मदद करती है। यह ब्लड प्रेशर सामान्य रखने में भी मददगार है। यह बहुत छोटी होती है जिसकी वजह से अक्सर व्यक्ति ज़्यादा मात्रा में सेवन कर लेता है और तासीर में ठंडी होने से अस्थमा के रोगियों को दिक्कत आ सकती है। यह एलर्जी, त्वचा संबंधी रोग, ब्लड प्रेशर ज़्यादा कम होना, पेट दर्द की समस्या खड़ी कर सकती है।
अंत: हर चीज़ का फायदा सीमित मात्रा में उपयोग करके की पाया जा सकता है, मुखशुद्धि की दूसरी वस्तुएं भी इसी सूची में शामिल है। कोई भी चीज़ कितनी भी फायदेमंद क्यों ना हो अति यानि अधिकता नुकसानदायक है।