Never Drink Water While Standing: पानी हमारे शरीर के लिए बहुत ही मेहवपुर्ण है। हमारा शरीर 60% जल से बना हुआ है। पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारे दिन कि शुरुवात और अंत पानी से होता है। पानी न सिर्फ मनुष्य की बाहरी सफाई के लिए ज़रूरी है बल्कि शरीर के अन्दर की सफाई के लिए भी पानी बेहद आवश्यक है।
पानी हर बीमारी का इलाज माना जाता है। पानी की कमी कि वजह से न जाने कितनी बीमारियां हो सकती हैं। आपके शरीर के बहुत से कार्यों के लिए पानी की आवश्यकता होती है। पानी हमे कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है इसलिए दिनभर में कम से कम 8-9 ग्लास पानी पीना चाहिए। पानी कितना पीना है उसके साथ साथ कैसे पीना है, ये जानना बहुत जरूरी है इसलिए आज आपको बताएंगे खड़े होकर पानी पीने के नुकसान।
खड़े होकर पानी पीने के 4 बड़े नुकसान
1. किडनी पर असर
पानी किडनी के लिए बहुत जरूरी होता है। जब हम खड़े होकर पानी पीते हैं तो ऐसे में पानी बिना छने ही किडनी से बाहर बड़ी तेजी से निकलने लगता है जिसके कारण पानी गाल ब्लैडर में जमा होने लगता है जो किडनी के लिए हानिकारक होता है। इसकी वजह से किडनी में इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ सकती है जिसे किडनी खराब भी हो सकती है।
2. जोडों में दर्द
खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों के दर्द की समस्या हो सकती है और अगर आपको पहले से जोड़ों में दर्द रहता है तो ये बढ़ सकता है। खड़े होकर पानी पीने से पानी का बहाव तेजी से शरीर से होकर जोड़ों में जमा होने लगता है जिसके कारण हड्डियों और जोड़ों पर असर पड़ता है और वो कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। हड्डियों के कमजोर होने की वजह से व्यक्ति गठिया की बीमारी का शिकार भी हो सकता है।
3. ऑक्सीजन का सप्लाई कम हो जाता है
खड़े होकर पानी पीने से विंड और फूड पाइप में ऑक्सीजन सप्लाइ कम होने लगती हैं जिसकी वजह से फेफड़ों और दिल पर असर पड़ता है। अगर एक व्यक्ति को खड़े होकर पानी पीने की आदत है तो उस व्यक्ति को फेफड़ों पर असर पड़ सकता है। आपके शरीर के सभी सैल्स को जीवित रहने और ठीक से काम करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। फेफड़े ऑक्सीजन रिच हवा लाते हैं और शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसों को बाहर निकालते हैं। अगर शरीर में ऑक्सीजन सप्लाइ ही नहीं होगा तो आपके फेफड़े बाकी अंगो को ऑक्सीजन नहीं दे पाएगा। पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना रेस्पिरेटरी और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
4. एसिडिटी बढ़ती है
खड़े होकर पानी पीने से शरीर में जरूरत से ज्यादा एसिड रीफ्लैक्स होने लगता है जिसके कारण एसिडिटी का खतरा बढ़ सकता है। खड़े होकर पानी पीने से ईएसोफागुस पर बहुत दबाव पड़ता है जब पानी उसमें से कठोर और तेज़ी से होकर बहता है जिसकी वजह से कभी-कभी दबानेवाला यंत्र (पेट और ईएसोफागुस के बीच का जोड़) को नुकसान पहुंचाता है। इसके कारण पेट में एसिड पीछे की ओर बहने लगता है जिसकी वजह से आपको सीने में जलन का अनुभव हो सकता है।