निपाह वायरस के लक्षण और इलाज: केरल राज्य में निपाह वायरस (Nipah Virus) का आने से सिर्फ केरल ही नहीं पूरे भारत में भय का माहौल है। रविवार को केरल में इस वायरस से 12 साल के बच्चे की मौत ने इस चिंता को गंभीर कर दिया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि “हमने बच्चे के संपर्क में आने वाले सभी लोगो, खासतौर पर परिवार के सदस्यों और देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों का पता लगाया है। इन सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है, और इनमे से 2 स्वास्थ्य कर्मियों में बाद में निपाह के लक्षण दिखाई दिए है।
अगर आप चाहते है की ये वायरस कोरोना की तरह गंभीर रूप न ले तो निपाह वायरस के लक्षण और इलाज जान ले। यहाँ जाने इस वायरस से जुड़ी हर ज़रूरी बाते।
निपाह वायरस क्या है?
निपाह वायरस एक ऐसा वायरस है जो जानवरों के ज़रिये इंसानो में फैलता है। यह वायरस चमगादड़ और सूअर में पाया जाता है, जो अगर इंसान के संपर्क में आ जाये तो उसके शरीर में भी ये वायरस प्रवेश कर सकता है। यही नहीं अगर संक्रमित चमगादड़ या सूअर किसी फल का सेवन करते है तो उस फल के ज़रिये भी ये इंसानो में फ़ैल सकता है।
निपाह वायरस के लक्षण
अगर किसी व्यक्ति को निपाह वायरस है तो उसमे ये लक्षण दिखाई देंगे:
- तेज बुखार
- सिरदर्द
- सांस लेने में तकलीफ
- गले में खराश
- एटिपिकल निमोनिया
अगर स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती है तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और 24 से 48 घंटे में कोमा में जा सकता है।
निपाह वायरस का इलाज
निपाह वायरस का अबतक कोई ठोस इलाज सामने नहीं आया है। लेकिन हाँ कुछ सावधानियां बरत के आप इससे बच सकते है।
- चमगादड़ या सूअर के संपर्क में आने से बचें।
- इस बात का ध्यान रखे कि जो खाना आप खा रहे है वह चमगादड़ से दूषित न हो।
- ज़मीन पर पड़े, या सीधे पेड़ से गिरे फल न खाये।
- निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति से सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन करे
- मास्क लगा कर रखे
- बार-बार हाथ धोये