Parenting mistakes :बच्चों की परवरिश करना कोई आसान काम नहीं है। माता-पिता की छोटी सी गलती भी बच्चों के वर्तमान और भविष्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। कई बार पैरेंट्स कुछ ऐसी बातें कह देते हैं या कुछ ऐसा कर देते हैं जिसका सीधा असर बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।बच्चों के नाज़ुक दिमाग को इतना pressure देना ठीक नहीं होता। इसलिए पेरेंट्स को अपनी कुछ गलतियों में सुधार करना चाहिए।
बच्चों की फीलिंग्स को नज़रअंदाज़ करना है गलत
कई बार बच्चे किसी बात को लेकर दुखी हो जाते हैं। ऐसे में बच्चों को खुश करने के लिए माता-पिता कह देते हैं कि 'ये कोई बड़ी बात नहीं है' या इसे लेकर ज्यादा दुखी होने की जरूरत नहीं है'। ऐसे में बच्चें अपनी इमोशन को एक्सप्रेस करने से डरने लगते हैं। उन्हें लगता है की अगली बार उनके इमोशन को कोई समझेगा नहीं। बच्चों को इस तरह नज़रअंदाज़ करने की बजाय बच्चों को खुद से अपनी भावनाओं को संभालने और उनसे निपटना सिखाएं।
बच्चों के decisions को अपना बनाना
पैरेंट होने के नाते आपका ये हक़ बनता है कि आप अपने बच्चे के लाइफ के या उससे जुड़े हर decisions में उसके साथ रहें। लेकिन बच्चों को हर सिचुएशन में अपनी लड़ाई खुद लड़ने के लिए सिखाना चाहिए। अगर आप अपने बच्चे के हर डिसिशन में अपना मत रखेंगे और अपनी बात मनवाएंगे तो ऐसे में बच्चे के मेन्टल हेल्थ पर बुरा असर हो सकता है। ऐसा भी हो सकता है की अगली बार से वो आपसे बातें छुपाने लगे। बच्चे के डिशन्स में उसका साथ देना सीखना जरुरी है ना की दखलंदाज़ी करना।
परफेक्शन की उम्मीद बांधना
कई पेरेंट्स में ये देखा गया है की वो अपने बच्चे बेस्ट से भी ऊपर perfection की डिमांड करते हैं। अपने बच्चे को सबसे अच्छा देखना और सबसे बेस्ट बनाना , ये तो हर पैरेंट चाहता है। लेकिन ऐसे में बच्चों के मेन्टल हेल्थ पर क्या प्रेशर पड़ता है इसे समझना भी पेरेंट्स की जिम्मेदारी है। बच्चों को सबसे परफेक्ट बनाने की जगह अगर उन्हें अपना बेस्ट करने के लिए encourage किया जाये तो बच्चों का mindset पाजिटिविटी की तरफ रहेगा।अपने बच्चे को दूसरे बच्चों से compare करना बंद करदें।
बच्चों को आपके अधूरे सपने पूरे करने का ना दे प्रेशर
कई बार आप वो नहीं कर पते जो लाइफ में आपने अपने लिए सोचा था। अपने अधूरे सपने को अपने बच्चों से पूरा कराने की उम्मीद गलत नहीं है।, लेकिन बच्चों पर इसका क्या असर पड़ता है ये सोचना जरुरी है। आपके सपने जरुरी नहीं की उसके भी हों। हो सकता है ज़िन्दगी से उसे कुछ और उम्मीद हो , लेकिन आप अपनी इच्छा को इस तरह अपने बच्चें पर थोपेंगे तो ना आप खुश रह सकेंगे ना आपका बच्चा। इसीलिए बच्चों को बहुत ज्यादा प्रेशर देना भी उनके mental health को एफेक्ट करता है।