Pregnancy After Age Of 35 : आज की महिला सिर्फ शादी और माँ बनने के सपने नही दिखती। महिलाएं अपने पैरो पर खड़ा होना चाहती है और अपना करियर अच्छा बनाना चाहती है। इसलिए आजकल ज्यादातर औरतें 28 की उम्र के बाद शादी करती है। इसके अलावा जब मां बनने की बात आए तो उम्र 35 से ऊपर हो जाती है। लेकिन क्या 35 की उम्र के बाद मां बनना सही है और इससे शरीर पर और होने वाले बच्चे पर कुछ असर होता है? ऐसे सवालों के जवाब महिलाओं को जरूर पता होने चहिए। जानिए डॉक्टर सुदेशना राय 35 के बाद प्रेग्नेंसी के बारे में क्या कहती है।
क्या 35 की उम्र के बाद प्रेगनेंट होना सही होता है? (Pregnancy After Age Of 35)
महिलाएं 15 से 45 के उम्र के बीच बच्चे को जनम देने के लिए काबिल होती है। लेकिन महिलाओं के एग्स 20 से 30 के उमर में सबसे एक्टिव और अच्छे क्वालिटी के होते है। डॉक्टर सुदेशना कहती है कि जैसे जैसे महिलाओं की उमर बढ़ती है वैसे वैसे उनके एग्स की क्वालिटी कम होती है।
जब महिलाएं 35 से ज्यादा उमर की होती है तो उनका शरीर और एग्स दोनो उतने स्वस्थ नही होते जितने 30 की उम्र के पहले होते है। इसकी वजह से जब महिलाएं 35 के बार प्रेगनेंट होने के बारे में सोचती है तो उसमें कॉम्प्लिकेशंस आ सकते है। क्योंकि जैसे उमर बढ़ती है उसके साथ बीमारियां जैसे शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा ऐसी कई कारण प्रेग्नेंसी के लिए कॉम्प्लिकेशन बन सकते है।
इसके अलावा महिलाओं का शरीर उमर के साथ थकता है। ऐसे में अगर कोई महिला ज्यादा कमजोर हो और उसकी सेहत खराब रहती हो तो तब भी प्रेग्नेंसी पर असर पड़ सकता है। जब महिला स्वस्थ नही होती तो इसका असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता हैं। बच्चे का कमजोर होना, नाजुक सेहत रहना ऐसी शिकायते आ सकती है।
महिलाओं के साथ पुरषों का स्वास्थ्य भी बच्चे को जनम देने के लिए मायने रखता है। जिस तरह महिलाओं के एग्स की क्वालिटी उमर के साथ कम होती है वैसे ही पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी पर भी असर पड़ता है। हाला की महिलाओं के मुकाबले पुरुष के स्पर्म ज्यादा उमर तक एक्टिव होते है। लेकिन महिलाओं के लिए 35 के बाद प्रेग्नेंसी ये बड़े सोच समझकर लिया जाने वाला निर्णय होता है।
इन सबके बावजूद प्रेग्नेंसी पर लाइफस्टाइल का भी असर पड़ता है। अगर कोई महिला या पुरुष 35 के बाद भी स्वस्थ है और एक्टिव है तो उसके प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन आने के चांस बहुत कम होते हैं। माता या पिता बनने के लिए सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं मानसिक रूप से भी तयार होना जरूरी होता है ये हर किसी ने ध्यान देना चाहिए।