प्रेगनेंसी मे महिलाओ का शरीर बहुत तरह के बदलाव को झेलता है |जिससे उन्हें थकावट और सूजन हो जाती है| मालिश प्रेगनेट महिलाओं मे blood circulation बढाता है। इससे प्रेगनेट महिलाओं के पैर की सूजन भी कम होती है। मालिश करने से तनाव कम होता है ,और मालिश डिलीवरी मे भी मददगार होती है। प्रेगनेंसी के दौरान मालिश के फायदे
प्रेगनेंसी के दौरान मालिश करवाने के फायदे (pregnancy ke dauraan malish ke fayde)
जब आपका गर्भ (fetus ) 4 महीने का हो जाता है , तो आपको पीठ के बल लेटने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है | क्योंकि इससे आपकी खून कणिका (Blood corpuscle )पर दबाव पड़ता है। इसलिए पीठ कि मालिश से आपको पीठ के बल लेटने में दिक्कत कम होगी और आपको अच्छा महसूस होगा।
- प्रेगनेंसी के दौरान पैरों की मालिश से blood circulation तेज होता है और पैरों की जकड़न से राहत मिलती है।
- इस दौरान जोड़ों में होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है व पैरों में होने वाली सूजन की समस्या से भी मालिश करके छुटकारा पाया जा सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान मालिश के फायदे
- प्रेगनेंसी के दौरान कभी जी मचलने, सीने में जलन या दर्द की शिकायत होती है। परंतु पैरों और पीठ की मालिश से इन समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- मालिश से कमर में होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है।
- प्रेगनेंसी के दौरान मालिश करने से आपका तनाव खत्म होता है और इससे आपको वह हार्मोन्स मिलते हैं जो आपको खुशी देते हैं। इन हारमोंस को एंडोर्समेंट कहते हैं।
- इससे बेचैनी कम होती है और इंसान चिंता मुक्त होता है।मालिश करने से मन शांत होता है और इससे नींद भी अच्छी आती है।