प्रेग्नेंसी जहां महिलाओं के लिए जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी लेकर आती है, वहीं यह उनके लिए सबसे चुनौती वाला समय भी लेकर आती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती को अपनी लाइफस्टाइल में काफी बदलाव व कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं, ताकि वह और पेट में पल रहा शिशु दोनों ही स्वस्थ रह सकें। यह सावधानी न सिर्फ आहार व व्यायायाम को लेकर बरतनी होती है, बल्कि उन्हें अपने आसपास के माहौल व वातावरण का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। प्रेगनेंसी में पेंट से दूरी के कारण
दरअसल वातावरण व आसपास के माहौल में कई ऐसी चीजें होती हैं, जो गर्भवती को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इन्हीं में शामिल हैं पेंट व डिस्टेंपर। दरअसल त्योहार के दौरान घर में पेंट व डिस्टेंपर कराया जाता है, लेकिन घर में अगर कोई गर्भवती हो तो सावधानी बरतने की जरूरत होती है। दरअसल इनसे गर्भवती व शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान घर में पेंट करवाना सेफ है? (pregnancy me paint se duri ke karan)
गर्भावस्था के दौरान पेंट व डिस्टेंपर में मौजूद केमिकल व अन्य चीजें गर्भवती के साथ-साथ पेट में पलने वाले बच्चे के लिए भी हानिकारक होती हैं। इससे दोनों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। आइए जानते हैं, इससे होने वाले नुकसान के बारे में व क्यों गर्भवती को इससे दूर रहना चाहिए।
सिरदर्द व उल्टी
प्रेग्नेंसी में महिला का शरीर किसी भी प्रकार के गंध के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो जाता है। ऐसे में अगर घर में नया पेंट व डिस्टेंपर हुआ हो तो उसे सिरदर्द व उल्टी जैसी समस्या हो सकती है। इससे पेट के अंदर शिशु का स्वास्थ्य भी प्रभावित होने का डर रहता है।
सांस से जुड़ी दिक्कतें
पेंट व डिस्टेंपर से गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत सांस से जुड़ी होती है। इसका प्रभाव गर्भ में बच्चे पर भी पड़ सकता है। इसके अलावा महिला की त्वचा भी कई बार पेंट के संपर्क में आने से खराब हो जाती है।
गर्भपात होने की संभावना
अगर गर्भवती महिला ज्यादा समय पेंट या डिस्टेंपर के संपर्क में रहे तो सांस के माध्यम से सोलवेंट (पेट्रोलियम आधारित केमिकल) नाम का केमिकल शरीर में जा सकता है। इस सोलवेंट की वजह से गर्भपात का खतरा भी रहता है। यही नहीं इससे शिशु के हेल्थ पर भी असर पड़ता है।
पेंट में मौजूद हानिकारक केमिकल
पेंट और डिस्टेंपर में सॉलवेंट (पेट्रोलियम आधारित केमिकल) नाम का केमिकल होता है, जो सांस के साथ बॉजी में जाता है। यह गर्भवती व पेट में पल रहे बच्चों के लिए नुकनसानदायक होता है। इससे गर्भपात का खतरा भी रहता है। इसके अलावा बच्चे की तार्किक क्षमता कमजोर होने की भी आशंका रहती है।
पुराने पेंट में लेड
नया पेंट कराने के लिए पुराने पेंट को खुरचा जाता है। पर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि इस दौरान भी गर्भवती महिला को इस वातावरण से दूर रहना चाहिए। दरअसल पुराने पेंट में लेड हो सकता है, जो मां व शिशु दोनों के लिए ही खतरनाक हो सकता है।
समय से पहले प्रसव
पेंट और डिस्टेंपर के संपर्क में आने व इससे होने वाले असर से समय से पहले प्रसव की आशंका भी बनी रहती है। प्रेगनेंसी में पेंट से दूरी के कारण