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प्यार से जुड़ी 4 गलतफहमियां जो अक्सर लोगों को हो जाती है

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Swati Bundela
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प्यार एक सब्जेक्टिव कांसेप्ट है जिसका मतलब हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग है। किसी के लिए प्यार दुनिया की सबसे खूबसूरत फीलिंग हो सकती तो किसी के लिए ये बेहद समान्य हो सकता है। लेकिन प्यार के आईडिया को लेकर काफ़ी गलतफहमियां भी प्रचलित हैं और ये बेहद कॉमन हैं। इन गलतफहमियों से बच के रहना सभी के लिए ज़रूरी है वरना आपका रिलेशनशिप अनहेल्दी हो सकता है। इसके लिए आपको जानना होगा कि आखिर प्यार से जुड़ी गलतफहमियां कौन-कौन सी हैं।

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जानिये ये 4 प्यार से जुड़ी गलतफहमियां (pyar se jude galatfehmi)-



1. "प्यार केवल एक बार होता है"

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हम एक बार जीते हैं, एक बार मरते हैं लेकिन प्यार और शादी तब तक कर सकते हैं जब तक हमें पूरी संतुष्टि ना मिले। ये धारणा बिल्कुल गलत है कि सच्चा प्यार केवल एक बार होता है।



आज आप जिसके साथ हैं, हो सकता है कि आप उनसे बहुत प्यार करते हों और उन्हीं के साथ उम्र गुज़ारना चाहते हों, लेकिन ऐसा हो ये ज़रूरी नहीं। आप किसी से कितना भी प्यार करें, उनसे अलग होना असंभव नहीं है और एक पार्टनर से अलग होने के बाद दूसरी बार प्यार होना भी असंभव नहीं है। आज किसी और से है और कल किसी और से हो सकता है।
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2. "प्यार ऑबसेशन है "



पॉपुलर कल्चर में प्यार को जुनून की तरह पेश किया गया है। मूवीज़ में दिखाते हैं लड़का लड़की के पीछे-पीछे घूमता है, उसे परेशान करता है और लड़की उससे प्यार कर बैठती है या लड़का लड़की को प्यार करने पर मजबूर करता है, कभी नस काटके तो कभी जबरदस्ती करके। ये प्यार नहीं, ओबसेशन है।
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प्यार का मतलब स्टॉक करना या मर्दानगी दिखाना बिल्कुल नहीं होता बल्कि प्यार तो इंसान को सभ्य और सेंसिटिव बनाता है। अगर कोई आपसे सच में प्यार करता है तो वो कभी आपकी परेशानी का कारण नहीं बनेगा और आपके रिजेक्शन को एक्सेप्ट करेगा।

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3. "मारता वही है जो प्यार करता है"



ये लाइन हमें बहुत सुनने को मिलती है क्योंकि बचपन से माँ-बाप यही बोल बोलकर तो हमारे साथ किये गए वायलेंस को डिफेंड करते हैं। लेकिन ये सच नहीं है, कमसे कम रोमांटिक रिलेशनशिप में तो बिल्कुल भी नहीं।

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शारीरिक हिंसा करने वाला व्यक्ति प्यार कर ही नहीं सकता। जो आपकी ऑथोरिटी को आपसे छीनने की कोशिश करे और आपको अपनी प्रॉपर्टी की तरह ट्रीट करे, वो केवल पितृसत्ता का प्रेमी हो सकता है, आपका नहीं।

4. "रिलेशनशिप चलाने के लिए प्यार काफ़ी है "

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रिलेशनशिप के लिए प्यार ज़रूरी तो है पर काफ़ी नहीं। प्यार के अलावा भी कई सारी चीज़ें रिश्ते में मायने रखती हैं जैसे आपसी समझ, म्युच्वल रिस्पेक्ट और एक जैसी विचारधारा। उदाहरण के लिए एक फेमिनिस्ट लड़की मिसोजिनिस्ट लड़के के साथ रिलेशनशिप नहीं निभा पाएगी।



रिलेशनशिप लगातार एफ़र्ट्स की डिमांड करता है। प्यार इन एफ़र्ट्स को केवल आसान बनाता है, इनकी जगह नहीं लेता।



तो ये थी कुछ प्यार से जुड़ी गलतफहमियां। इनका ध्यान रखें और इससे दूर रहें।

 पढ़िये: क्या आप प्यार में हैं? 5 Signs से पता करिये

रिलेशनशिप प्यार से जुड़ी गलतफहमियां
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