एक रिलेशनशिप तभी सक्सेसफुल या मजबूत हो पाती है जब उसमें एक -दूसरे के लिए प्यार के साथ - साथ म्यूचुअल रिस्पेक्ट एंड सपोर्ट भी हो। स्वयं के साथ सामने वाले की राय का मान रखना भी ज़रूरी है। खुद से आगे बढ़ कर देखिए, तो छोटी - छोटी बातों में आनंद ले पाएंगे। रिलेशनशिप में कंसेंट
जानिए रिलेशनशिप में कंसेंट की इंपोर्टेंस
1) रिलेशनशिप में इक्वालिटी
एक हेल्दी रिलेशनशिप में सेक्सुअल पार्टनर के बीच डिग्री ऑफ़ इक्वालिटी होना ज़रूरी है। दोनों की सहमति से अगर सेक्सुअल इंटरकोर्स होगा तो वे उसे एंजॉय भी कर पाएंगे। अपने पार्टनर को मैनिपुलेट करना या उसे धोखे में रखकर सेक्स करना गलत है। कंसेंट का ये मतलब नहीं है कि अगर आपके पार्टनर ने एक बार हाँ कही है तो वे दूसरी बार भी उसके लिए तैयार हैं। अगर आप सेक्स के लिए तैयार नहीं है तो आपको ना कहने का पूरा राइट है।
2) कंसेंट इज़ नेसेसरी ईच टाइम
अगर आपका पार्टनर हर बार सेक्स करने से पहले आपकी परमिशन लेता है, आपकी बाउंड्रीज की रिस्पेक्ट करता है तो वो आपकी और आपकी फिलिंग्स की कद्र करता है। ऐसा करने से आपका सेक्शुअल एक्सपीरियंस और बेहतर होगा और आप उसका आनंद ले पाएंगे।
3) पॉजिटिव एस्पेक्ट्स को देखें
यह इंपोर्टेंट है कि हम अपने रोमांटिक / सेक्शुअल रिलेशनशिप के पॉजिटिव एस्पेक्ट्स को ही देखें। सेक्स लाइफ का एक पार्ट है। उसे अपनी पूरी लाइफ बनाने से बचें। किसी भी बात पर निराश ना हों और अपने फिजिकल और इमोशनल बॉन्ड को मजबूत करें। अपने आप को किसिंग, कडलिंग में इंवॉल्व करें और मोमेंट्स बनाएं।
4) कैसी रिलेशनशिप चाहते हैं खुद डिसाइड करें
अपनी रिलेशनशिप को आप कैसे आगे ले जाना चाहते हैं, ये आप पर निर्भर करता है। जल्दीबाज़ी ना करें और स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़े। एक - दूसरे को थोड़ा समय दें और एक खूबसूरत रिश्ते की बुनियाद रखें। आपस में बात करके ही कोई कदम उठाएं।
5) अपने पार्टनर को फ़ोर्स न करें
कभी - भी सेक्शुअल एक्टिविटी के लिए अपने पार्टनर को फोर्स न करें। उससे बात करके उसके मन की भावनाओं को समझने की कोशिश करें। थोड़ा टाइम निकालें और नियमित रूप से एक - दूसरे से बात करें। जब एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग बैठे दोनों के बीच तभी सेक्स में इंवॉल्व हों।