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Risks For New Born Baby: क्लीन एयर, वाटर को लेकर आज जहां स्लोगन लिखे जा रहे है पहले ऐसा नहीं था, समय के साथ एनवायरनमेंट में आए बदलाव ने सिर्फ आज की जनरेशन को ही नहीं बल्कि आने वाली जनरेशन के लिए ख़तरा पैदा किया है। दिन-प्रतिदिन बढ़ते पोलुशन और बीमारियों के कारण जन्म लेने वाले बच्चों में ऑर्गन डिसफोर्मशन, डैमेज नर्वस सिस्टम और किडनी से संबंधी रोग हो रहे है और कोरोना का डर अलग से सता रहा है। आईए जानते है कैसे आज के डोर में जन्म लेने वालों को कैसे खतरा है?
1. दूषित पानी
छोटे बच्चे खाना नहीं खा सकते, इस कारण पानी और तरल प्रदार्थ का सेवन करना पड़ता है पर आज पानी में ही प्रदुषण बढ़ रहा है। एडल्ट्स धीरे धीरे इसके आदि हो चुके है पर आने वाली जनरेशन यानि फ्यूचर जनरेशन को इसे अपनाने में टाइम लगेगा जिसकी वजह से जन्म लेते ही बच्चे बीमार पड़ रहे है, पानी में मौजूद टॉक्सिन्स शरीर में जाते है, जिसे बच्चे का शरीर अपना नहीं पाता है और फिर वह बीमार हो जाते है।
2. एयर पॉलुशन
बच्चे बड़ो के मुकाबले ज़्यादा तेजी से सांस लेते है ऐसे में वह एयर पोलुशन से ज़्यादा प्रभावित होते है। व्हीकल और इंडस्ट्री से निकलने वाला धुँए, कार्बन मोनोऑक्साइड, केमिकल आज सांस लेने में तकलीफ, दमा आदि के साथ कई गंभीर बीमारियों के रोगी बना रहे है इस वजह से न्यू बोर्न बेबी के लिए आज के दोर में जन्म लेना और भी हानिकारक है।
3. स्किन अब्सॉर्प्शन
बच्चों का स्किन सरफेस एरिया ज़्यादा होता है जिसकी वजह से एडल्ट के मुकाबले उनमें स्किन अब्सॉर्प्शन की शक्ति ज़्यादा होती है इससे टॉक्सिन्स भी ज़्यादा मात्रा में अब्सॉर्प हो सकते है जो स्किन, इंफ्लमैशन, रैशेस, एलर्जी का कारण बनते है और शरीर के अंदर जाकर नुकसान पहुँचाते है।
4. फोएटस डैमेज
जन्म के समय मर जाना, पेट में भी बच्चे की मृत्यु, तारीख से पहले बच्चे का जन्म होना आदि बातें आए दिन सुनने को मिलती है। जिसका कारण नैचुरली अकरिंग टॉक्सिन्स है, आज घर में इस्तेमाल होने वाली हर चीज़ में टोक्सिन है जैसे पेस्टीसिड्स, पोटेरी में स्टोर खाना, मिट्टी में मर्क्युरी पाया जाता है जो फोएटसेस डैमेज का कारण बनता है।
5. जन्म से ही रोग
आज 10 में 3 लोग दिल की बीमारियों से झूज रहे है और यह अब जन्म से ही बच्चों में देखा जा रहा है, जहां प्रेगनेंसी में शराब, सिगरेट का सेवन, हाई ब्लड प्रेशर, खास दवाईओं का सेवन, हाई शुगर लेवल, वायरल इन्फेक्शन से इन्फेक्टेड होने के कारण बच्चे को दिल के रोग हो सकते है।