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क्या आप भी Second Child की प्लानिंग करना चाहते हैं ? ध्यान रखिये ये 8 बातें

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Swati Bundela
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क्या आप अपने नवजात बच्चे ( Newborn Baby ) की देखभाल करने के उन पुराने दिनों में फिर से वापस जाना चाहती हैं? वैसे सेकंड चाइल्ड (second child) के लिए प्लेनिंग करना आसान लग सकता हैं क्योंकि आप पहले भी बच्चे की परवरिश कर चुकी हैं। हालांकिनई प्रॉब्लम्सजैसे आपकी फर्टिलिटी एबिलिटी का समयआर्थिक स्थिति और आपका पहला बच्चा भी इसमें शामिल हैं। इस ब्लॉग में Second Child की प्लानिंग से जुड़े कुछ जरूरी बातों को बताया गया हैं। 

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Second Child की प्लानिंग का सही समय 

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एक सवाल जो कई कपल्स के मन में होता है कि सेकंड चाइल्ड कब होना चाहिएइसका कोई सही जवाब नहीं हैं।  क्योंकि इसमें कई बातें शामिल होती हैंजैसे  हेल्थ , इकनॉमिक स्टेटस और पर्सनल चीज़ें। ऐसी कई महिलाएं हैं जो 40 वर्ष की  उम्र  में प्रेगनेंट  हुई हैं | आइये जानते हैं ऐसी  10 बातें जो आपको यह तय करने में मदद करेंगी कि आप फिर से कब प्रेगनेंट हो सकती हैं और Second Child की प्लानिंग के वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 



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Second Child की प्लानिंग करते समय ध्यान रखने वाली बातें  (second child ki planning )



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1. आपकी फिजिकल हेल्थ



प्रेगनेंट होने का मतलब है , आपकी बॉडी मैं फिजिकल चेंज आना। यह तभी हो सकता है जब आपका फिजिकल फिटनेस अच्छी हो। यहाँ तक कि अगर आपकी पहली  प्रेगनेंसी  को अभी अधिक समय नहीं भी हुआ  हैं  पर आप अब बिलकुल ठीक महसूस करती हैं, हैल्दी भी हैं तो आप दूसरी बार प्रेगनेंट होने का सोच सकती हैं।

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2. आपकी उम्र

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जैसेजैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है उनका मेंस्टुअल साइकिल भी बदलना शुरू हो जाता  है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि महिलाओं में  एग्स कम हो जाते हैं, एग्स की क्षमता कम हो जाती है या पूर्ण तरीके से एग्स ही ख़त्म हो जाते हैं। जैसेजैसे उम्र बढ़ती है ओव्यूलेशन की  क्षमता कम हो जाती  हैं और साथ ही एबॉर्शन और जेनेटिक डिफेक्ट की संभावना भी बढ़ जाती  हैं। 



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3. पिता की उम्र 



Second Child प्लान करते समयआपके पार्टनर की उम्र के कारण भी असर पड़ता हैं। रिसर्च से पता चला है कि पुरुषों की 35 वर्ष की उम्र में स्पर्म की क्वालिटी में भी कमी आने लगती  है।





4. आर्थिक स्थिति



आर्थिक स्थिति Second Child प्लानिंग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है| क्योंकि इस कारण से ख़र्च तुरंत दोगुना हो जाता है। क्या आप और आपका पार्टनर काम करते हैंक्या आप अपने दोनों बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने की प्लानिंग बना रहे हैं?  दूसरी प्रेगनेंसी से पहले आपको इन सवालों को सोच कर ही अपनी आर्थिक स्थिति की भी प्लानिंग बनाने की आवश्यकता हैं |





5. एक-दूसरें की राय लें



Second Child के लिए आप और आपके पार्टनर के विचारों में समानता होने की आवश्यकता है। ऐसी भी स्थिति हो सकती है कि आप दोनों के विचार अलग हो जैसे एक को अभी थोड़ा और समय चाहिए या अब बच्चे नहीं चाहिए। यह जरूरी है कि आप एक दूसरे से बात करें कि आप क्या चाहते हैं और आप दोनो कैसे सुलह कर सकते हैं।





6. आजीविका (Livelihood)



 बच्चें के बाद आपकी चॉइस और प्राथमिकताएं बदल जाएंगी और उसकी देखभाल के सामने आपकी आजीविका कुछ समय के लिए कम महत्वपूर्ण हो जाएगी। इसलिए इस चीज़ के लिए भी तैयार रहें।





7. उम्र में अंतर



Second Child की प्लानिंग करते समय आपको पहले बच्चें के बारे में भी सोचना जरूरी है। उनकी उम्र में कम अंतर रखना बेहतर होगा क्योंकि वे एक ही  ऐज ग्रुप के होंगे और अच्छी तरह मिलजुल कर रहना पसंद करेंगे।





8. कोई साथ में रहने वाला हो



सेकंड प्रेगनेंसी के दौरान अधिक सहायता महत्वपूर्ण हो जाती हैं। क्योंकि उस समय आपके पहले बच्चे की देखभाल की भी आवश्यकता होती  हैं। इसलिए जरूरी है कि आप ऐसी सिचुएशन में उन लोगों के साथ रहें जो आपकी अच्छे से देखभाल कर सकते हैं।



ये थी Second Child की प्लानिंग करते समय ध्यान रखने वाली बातें। इनकोअपना कर ही आप अपनी प्लानिंग शुरू करें।



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पेरेंटिंग Second Child की प्लानिंग
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