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सेल्फ कॉन्फ़िडेंस बढ़ाने के तरीके - (self-confidence badhane ke tarike )-
1. ख़ुद की तारीफ कीजिये
हम इस बात की बहुत चिंता करते हैं कि दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं और दूसरों से प्रशंसा की इतनी उम्मीद कर लेते हैं कि उनसे प्रशंसा ना मिलने पर हमारा ख़ुद के ऊपर से भरोसा भी डगमगा जाता है। इतना ही नहीं, आमतौर पर ख़ुद ही अपनी आलोचना करने में लगे रहते हैं, लगातार खुद को बताते हैं कि हम पर्याप्त रूप से अच्छे नहीं हैं, सुंदर नहीं हैं, सफल नहीं हैं या कोई और हमसे ज़्यादा अच्छा है। यह निगेटिविटी आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान की समस्याओं की ओर ले जाती है। आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ख़ुद से बात करिये और ख़ुद की तारीफ़ करिये, दूसरों का वेट मत करिये क्योंकि आपको आपके जितना कोई नहीं जानता और किसी और से ख़ुद की तुलना मत करिये। आप जैसे हैं, बेस्ट हैं।
2. अपनी हॉबीज़ के लिए वक़्त निकालिए
अपने दिनचर्या में से थोड़ा सा वक़्त अपनी हॉबीज़ के लिए निकालिए। कुछ ऐसा करिये जिससे आपको खुशी और संतुष्टि मिलती है जैसे कुकिंग या डांसिंग। आत्मविश्वास बढ़ाने की प्रक्रिया में ये एक अच्छी शुरुआत है क्योंकि ये छोटी-छोटी चीज़ें आपको सकारात्मक प्रदान करेंगी।
3. किताबें पढ़िये
जो लोग नियमित रूप से अपनी पसंद की किताबे पढ़ते हैं उनमें आत्मसम्मान का स्तर ज़्यादा होता है, तनाव कम होता है, और वो कठिन परिस्थितियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं। बुक्स आपका ग्यान तो बढ़ाती हैं, आपकी ऊर्जा भी बढ़ाती हैं तभी तो किताबों को इंसान का बेस्ट फ़्रेंड कहा जाता है। किताबें आपको कभी अकेला महसूस नहीं करने देतीं। अगर आपका आत्मविश्वास कम तो आप सेल्फ हेल्प बुक्स और मोटिवेशनल किताबें भी पढ़ सकते हैं इससे आपको औरों के स्ट्रगल और कोप करने के तरीके के बारे में पता चलेगा।
4. शीशे के सामने खड़े होकर ज़ोर से बोलिए
ज़ोर से बोलने की प्रेक्टिस करिये। अक्सर जब किसी में आत्मविश्वास की कमी होती है तो वो बात करने में घबराते है और जब वो बोल रहे होते हैं तो उनकी आवाज़ में कंपन झलकता है और इससे सामने वाले व्यक्ति पर तो बुरा इंप्रेशन पड़ता ही है, आप ख़ुद भी अपने वर्थ पर शक करने लगते हैं इसलिए शीशे के सामने खड़े होकर थोड़ा जोर से बोलने की प्रेक्टिस करिये। इससे आपके बोलने में कॉन्फ़िडेंस आएगा। इसे केवल एक बार न करें, कुछ हफ्तों तक ऐसा रोज़ करें।
5. एक्सरसाइज़ करिये
शारीरिक स्वास्थ्य के निर्माण के अलावा, एक्सरसाइज़ मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकता है। एक्सरसाइज़ आत्मविश्वास को बढ़ाने और चिंता और नकारात्मक मूड को ठीक करने में फ़ायदेमंद पाया गया है। इन नकारात्मक भावनाओं की जगह, व्यायाम आत्मसम्मान और पॉज़िटिविटी को बढ़ाता है।
ये थे सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाने के तरीके
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