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सेक्स सभी कि ज़िंदगी का वो अहम हिस्सा जिसके बारे में हमारे दिल में बहुत सारे सवाल आते हैं और जिसे लेकर हम बहुत कुछ सोचते हैं। हम सभी ने अपनी सेक्स लाइफ़ को लेकर काफी कुछ सोचा होता है फिर चाहें आप ये लाइफ़ जी रही हों या इसमें कदम रखने वाली हों, सेक्स से जुड़ी कईं बातें आपके दिल-दिमाग में चलती रहती होंगी। वैसे तो सेक्स के बारे में आपको जानकारी होगी पर शायद ही आपको ये अंदाज़ा होगा कि इनमें से बहुत-सी सेक्स से जुड़ी बातें जिन पर आप फैक्ट्स समझ कर यूं ही यकीन कर लेती हैं जो असल में एक मिथ है। मतलब रिएलिटी से उसका कोई लेना-देना नहीं है। हम आपको कुछ ऐसे ही सेक्स मिथ्स की सच्चाई( के बारे में बताएंगें जिन्हें आपके लिए जानना बेहद जरूरी है।
अगर आप पीरियड के दिनों मे सेक्स के लिए सेफ मान रही हैं तो एक बार फिर सोचिए। आपको सेक्स सम्बन्धी ये जानकारी होनी चाहिए कि एक बार जब स्पर्म आपके फैलोपियन ट्यूब्स में आ गया, उसके बाद वो 3 दिन तक सरवाइव कर सकता है। इसलिए अगर आप अपने पीरियड के आखिरी दिनों में सेक्स कर रही हैं तो सेफ सेक्स करना ही बेहतर है। इसकी संभावना भले ही कम हो लेकिन ऐसा नामुमकिन बिल्कुल नहीं है।
जी नहीं, जब तक वो फैन्टेसी भरे ख्याल आप दोनों के दिमाग में हैं और आप दोनों सेक्स के दौरान उसे फील कर रहे हैं तब तक आप सेक्स में फैन्टेसी ला सकती हैं। बल्कि ये फैक्ट है कि फैन्टेसीज़ आपके सेक्स को और भी रोमांचक बनाती हैं।
अगर आप सच में ऐसा सोचती हैं तो आपको सेक्स की पूरी जानकारी नहीं है। इतनी बड़ी गलतफहमी मत पालो दोस्त। महिलाओं को भी सेक्स उतना ही पसंद है जितना कि पुरुषों को। वो भी उसके बारे में उतना ही सोचती और एक्साइटेड रहती हैं जितने कि पुरुष। हमारी जजमेंटल सोसाइटी में महिलाएं खुलकर सेक्स के बारे में बात नहीं कर पातीं पर इसका मतलब ये नहीं है कि वो सोचती ही नहीं।
सेक्स के पहले ये जानकारी ज़रूरी है। एस.टी.डी. का मतलब वो बीमारियां जो सेक्स के दौरान हमें या हमारे पार्टनर को हो सकती हैं। ज़रूरी नहीं कि बीमारी के शुरू होते ही आपको उसके लक्षण नज़र आने लगें। कई बार महीने और साल लग जाते हैं ख्लेमीडीया, गोनोरहिया, सिफलिस, हर्पीस और यहां तक कि एच.आई.वी. को पहचानने में, इसलिए अगर आपकी सेक्स लाइफ एक्टिव है तो इसकी जांच ज़रूरी है।
ये आप से किसने कह दिया? आपको जानकारी है कि सेक्स के दौरान कंडोम प्रेग्नेंसी रोकने में 97% तक कामयाब होते हैं, पर इसका मतलब ये नहीं कि आप दो कंडोम का इस्तेमाल करेंगे तो बाकि 3% की सुरक्षा भी आपको मिल जाएगी..बल्कि इससे खतरा और बढ़ जाता है क्योंकि 2 कंडोम आपस में टकरा कर फट जाते हैं और सारे प्रोटेक्शन पर पानी फिर जाता है। (सेक्स मिथ्स की सच्चाई)
आपको सेक्स की जानकारी है तो आप खुद सोचिए, अगर सेक्स को एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ माना जाता है तो आप इससे मोटी कैसे हो सकती हैं? दरअसल, शादी के बाद ये खाओ-वो खाओ के चक्कर में और नई लाइफस्टाइल में एडजस्ट करने की कोशिश में हम वेट गेन कर लेते हैं और सारा इल्ज़ाम सेक्स पर आ जाता है। नई बहू घर में बैठे-बैठे सिर्फ़ खाती-पीती रहेगी तो कुछ तो असर होगा ना।
तो इन सेक्स मिथ्स की सच्चाई को आप भी जानें और मिथकों को फैलने से रोकें।
जानिए इन 6 सेक्स मिथ्स की सच्चाई (sex myths ki sacchai )
1. पीरियड के दौरान सेक्स करने से आप प्रेग्नेंट नहीं होंगी
अगर आप पीरियड के दिनों मे सेक्स के लिए सेफ मान रही हैं तो एक बार फिर सोचिए। आपको सेक्स सम्बन्धी ये जानकारी होनी चाहिए कि एक बार जब स्पर्म आपके फैलोपियन ट्यूब्स में आ गया, उसके बाद वो 3 दिन तक सरवाइव कर सकता है। इसलिए अगर आप अपने पीरियड के आखिरी दिनों में सेक्स कर रही हैं तो सेफ सेक्स करना ही बेहतर है। इसकी संभावना भले ही कम हो लेकिन ऐसा नामुमकिन बिल्कुल नहीं है।
2. फैन्टेसी का सच्चाई से कोई सरोकार नहीं
जी नहीं, जब तक वो फैन्टेसी भरे ख्याल आप दोनों के दिमाग में हैं और आप दोनों सेक्स के दौरान उसे फील कर रहे हैं तब तक आप सेक्स में फैन्टेसी ला सकती हैं। बल्कि ये फैक्ट है कि फैन्टेसीज़ आपके सेक्स को और भी रोमांचक बनाती हैं।
3. लड़कियों को सेक्स कम पसंद होता है
अगर आप सच में ऐसा सोचती हैं तो आपको सेक्स की पूरी जानकारी नहीं है। इतनी बड़ी गलतफहमी मत पालो दोस्त। महिलाओं को भी सेक्स उतना ही पसंद है जितना कि पुरुषों को। वो भी उसके बारे में उतना ही सोचती और एक्साइटेड रहती हैं जितने कि पुरुष। हमारी जजमेंटल सोसाइटी में महिलाएं खुलकर सेक्स के बारे में बात नहीं कर पातीं पर इसका मतलब ये नहीं है कि वो सोचती ही नहीं।
4. अगर लक्षण नहीं मिले तो एस.टी.डी की जांच ज़रूरी नहीं
सेक्स के पहले ये जानकारी ज़रूरी है। एस.टी.डी. का मतलब वो बीमारियां जो सेक्स के दौरान हमें या हमारे पार्टनर को हो सकती हैं। ज़रूरी नहीं कि बीमारी के शुरू होते ही आपको उसके लक्षण नज़र आने लगें। कई बार महीने और साल लग जाते हैं ख्लेमीडीया, गोनोरहिया, सिफलिस, हर्पीस और यहां तक कि एच.आई.वी. को पहचानने में, इसलिए अगर आपकी सेक्स लाइफ एक्टिव है तो इसकी जांच ज़रूरी है।
5. डबल कंडोम डबल प्रोटेक्शन
ये आप से किसने कह दिया? आपको जानकारी है कि सेक्स के दौरान कंडोम प्रेग्नेंसी रोकने में 97% तक कामयाब होते हैं, पर इसका मतलब ये नहीं कि आप दो कंडोम का इस्तेमाल करेंगे तो बाकि 3% की सुरक्षा भी आपको मिल जाएगी..बल्कि इससे खतरा और बढ़ जाता है क्योंकि 2 कंडोम आपस में टकरा कर फट जाते हैं और सारे प्रोटेक्शन पर पानी फिर जाता है। (सेक्स मिथ्स की सच्चाई)
6. सेक्स से आप मोटी होती हैं
आपको सेक्स की जानकारी है तो आप खुद सोचिए, अगर सेक्स को एक बेहतरीन एक्सरसाइज़ माना जाता है तो आप इससे मोटी कैसे हो सकती हैं? दरअसल, शादी के बाद ये खाओ-वो खाओ के चक्कर में और नई लाइफस्टाइल में एडजस्ट करने की कोशिश में हम वेट गेन कर लेते हैं और सारा इल्ज़ाम सेक्स पर आ जाता है। नई बहू घर में बैठे-बैठे सिर्फ़ खाती-पीती रहेगी तो कुछ तो असर होगा ना।
तो इन सेक्स मिथ्स की सच्चाई को आप भी जानें और मिथकों को फैलने से रोकें।