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Sexist Dialogue By Mothers: 10 सेक्सिस्ट डायलॉग जो हर लड़की को उसकी माँ से सुनने को मिलते हैं

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Swati Bundela
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Sexist Dialogue By Mothers: एक लड़की को बाहर लोगों के, रिलेटिव्स के ताने सुनने की आदत सी हो जाती है और फिर फर्क भी नहीं पड़ता पर जब घर में सबसे ज़्यादा क्लोज व्यक्ति जैसे कि माँ कुछ ऐसे ताने मारे, ऐसी बातें  करे जो गलत भी है और काफी सेक्सिस्ट भी लगे तो कैसा महसूस होगा? आईए जानते है ऐसे ही कुछ डयलॉग जो शायद आपको सुनने को मिले हो और सेक्सिस्ट भी लगे हो। 

1. "तुम्हारे कपड़े कुछ ज़्यादा ही छोटे नहीं है"

बाहर की गंदी नजरों से बचकर वापिस घर आते है पर वो घर के लोग की पता नहीं किन निगाहों से देखते है कि बिना बोले बहुत कुछ कह देते है।

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2. "पढ़ो लिखेगी तभी तो अच्छा लड़का मिलेगा"

पहले लड़कियों को पढ़ाया लिखाया नहीं जाता था, यह सोचकर की अच्छा लड़का नहीं मिलेगा और अब पढ़ाया-लिखाया जाता है यह सोचकर कि ऐसे ही तो अच्छा लड़का मिलेगा, अजीब डबल स्टैंडर्ड है।

3. "लड़को से थोड़ा दूर रहा करो उनपर भरोसा कम किया करो"

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लड़को से दूर रहना, कभी-कभी इतना मन में घर कर जाता है कि औरत अपने घर के मर्द यानि कि पिता, चाचा, भाई से डरती है और किसी लड़के से बात करने पर गुनाह लगता है।

4. "घर जल्दी आया करो माहोल का तुम्हें पता ही है"

माहोल का वास्ता सिर्फ लड़कियों को क्यों दिया जाता है, क्या  लड़को को नहीं कह सकते तुम भी कभी घर पर रहा करो सारा दिन लड़किया छेड़ते रहते हो बाहर क्या?  

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5. "हमारा ज़माना अच्छा था, ना लड़कियाँ घर से बाहर निकलती थी ना ऐसी खबरें आती थी"

जब यह माँ या अपने करीबी से सुनने को मिलता है तो सबसे ज़्यादा दुःख होता है कि इनकी सोच इतनी गलत थी पर कभी पता ही नहीं चला।

6. "लड़कियाँ, लड़कियों के साथ ही अच्छी लगती है"

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लड़को से बात नहीं करनी चाहिए वाली सोसाइटी बाद में अनजान लड़के से शादी करने को मजबूर करती है।

7. "बड़ी हो रही हो ब्रा पहनो, ऐसे अच्छा नहीं लगता"

औरत के शरीर को सोसाइटी बचपन से बांधे रखना चाहती है वो शायद उन्हें आसान लगता है पर जंगल के शेर से लोगों को बचाने  के लिए शेर को पिंजरे में डाला जाता है ना कि लोगों को। 

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8. "थोड़े ढंग के कपड़े पहना करो घर पर कोई आ जायेगा तो क्या कहेगा"

मकान अपनेपन, अपने लोगों से बनता है जहाँ व्यक्ति कम्फर्टेबल, कोई भी जजमेंट से दूर रहना अपनी अलग दुनिया में रहना चाहता है पर लड़कियों के लिए वो जगह को पराया कह दिया जाता है। 

9. "अपने पिता से यह सब शेयर मत करना"

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पीरियड्स है, पीरियड्स पैन हो रही है, पैड चाहिए, किसी ने छेड़ा आदि बातें मर्दो से छुपानी चाहिए क्यों? क्या एक पैरेंट को उसके बच्चे का हाल जानना का हक़ नहीं है सिर्फ इसलिए वो मर्द है।

10. "तुम्हारे लिए तो राजकुमार ढूढेंगे हम"

लड़की के जीवन के लिए जो सबसे अच्छे व सही फैसले ले सकते है वो है उनकी फैमिली। बाकि जिसकी शादी है वो अभी नासमझ है सिर्फ शादी कर सकती है, निभा सकती है, बच्चे व घर सँभाल सकती है पर खुद के जीवन के फैसले नहीं ले सकती।


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