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शादी दो लोगों के बीच का एक बेहद खूबसूरत रिश्ता है। उम्र-भर का साथ और एक-दूसरे का सम्मान, इस रिश्ते की नींव होता हैं। हमारे समाज में कई लोग इस रिश्ते को, तमाम तरह की शर्तों से बांध देते हैं। केवल लड़की-ही घर के काम करेगी और लड़का बाहर के काम करेगा, लड़की की शादी कम उम्र में कर देना ही अच्छा होता है। ये तमाम शर्ते शादी के मूल्य को ही बदलने में जुट जाती है। और इसी कारण कई लोगों के लिए, यह रिश्ता एक भारी बोझ बन जाता है।
हमने जब अभिनेत्री रिताशा राठौर और डिजाइनर अंकिता बंसल से, शादी से जुड़ी इन तमाम शर्तों के बारे में बात की, तो जवाब बड़े संतुष्ट करने वाले और समाज को एक बेहतर नज़रिया देते मिले।
शादी को जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हुए रिताशा कहती है - ''इस रिश्ते में, यह मानना बेहद जरूरी है कि पति-पत्नी दोनों पर ही काम का भार आधा-आधा हो। ऐसा बिल्कुल ना हो, कि एक ही इंसान पर सारे काम की जिम्मेदारी हो।''
रिताशा हमेशा-ही शादी को समानताओं से भरा रिश्ता बताती है और कहती है - ''यह मानना बेहद गलत है कि घर के काम केवल पत्नी ही करेगी। यदि वो घर पति और पत्नी दोनों का है, तो घर के काम भी दोनों को आपस मे मिलकर ही करने चाहिए।''
शादी और उम्र को अलग करते हुए अंकिता कहती है - ''जब मन एकदम तैयार हो, केवल तब ही शादी करनी चाहिए। सिर्फ उम्र का बढ़ना, शादी करने का कारण नहीं बनना चाहिए।'' शादी को एक विडंबना न बनाते हुए, अंकिता आगे कहती है - ''मेरे लिए शादी, समानताओं से भरी दो लोगों के बीच की दोस्ती है। जो समय के साथ और गहरी होती चली जाती है।''
हमने जब अभिनेत्री रिताशा राठौर और डिजाइनर अंकिता बंसल से, शादी से जुड़ी इन तमाम शर्तों के बारे में बात की, तो जवाब बड़े संतुष्ट करने वाले और समाज को एक बेहतर नज़रिया देते मिले।
''पति-पत्नी पर काम का भार आधा-आधा होना चाहिए - रिताशा''
शादी को जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हुए रिताशा कहती है - ''इस रिश्ते में, यह मानना बेहद जरूरी है कि पति-पत्नी दोनों पर ही काम का भार आधा-आधा हो। ऐसा बिल्कुल ना हो, कि एक ही इंसान पर सारे काम की जिम्मेदारी हो।''
रिताशा हमेशा-ही शादी को समानताओं से भरा रिश्ता बताती है और कहती है - ''यह मानना बेहद गलत है कि घर के काम केवल पत्नी ही करेगी। यदि वो घर पति और पत्नी दोनों का है, तो घर के काम भी दोनों को आपस मे मिलकर ही करने चाहिए।''
''बढ़ती उम्र, शादी करने की वजह नहीं होनी चाहिए - अंकिता''
शादी और उम्र को अलग करते हुए अंकिता कहती है - ''जब मन एकदम तैयार हो, केवल तब ही शादी करनी चाहिए। सिर्फ उम्र का बढ़ना, शादी करने का कारण नहीं बनना चाहिए।'' शादी को एक विडंबना न बनाते हुए, अंकिता आगे कहती है - ''मेरे लिए शादी, समानताओं से भरी दो लोगों के बीच की दोस्ती है। जो समय के साथ और गहरी होती चली जाती है।''
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