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सोयाबीन हमें मासाहारी खाने जितना प्रोटीन देता है। इसको कई लोग चावल में तो कई लोग इसकी सब्जी बनाकर खाते। सोयाबीन प्रोटीन का भंडार होने के साथ साथ कई बीमारियों को भी दूर रखता है। सोयाबीन से कई खाने की चीज़ें जैसे कि सोया मिल्क और टोफू भी बनाया जाता है। सोयाबीन में कई तरीके के विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो वजन घटाने में बहुत मददगार होता है। सोयाबीन बीन खाने से आपको बेहतर नींद आती है और आप की पाचन प्रक्रिया भी अच्छी होती है। आज हम बात करेंगे सोयाबीन खाने के फायदे के बारे में -
सोयाबीन का हर एक हिस्सा इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि इसके बीज की सब्जी बनाई जाती है, और इसका तेल भी रोजमर्रा में उपयोग में लाया जा सकता है, इसके छिलके से कई लोग बरी बनाते हैं। सोयाबीन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी यानि कि एनीमिया बीमारी से भी लड़ता है और एनीमिया दूर रखता है।
सोयाबीन कई दिल से जुडी बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करता है। सोयाबीन में एक लेसितिण नामक पदार्थ होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल यानि जरुरत से ज्यादा फैट को दिल कि नालियों में जमने नहीं देता और इस से हार्ट अटैक यानि दिल का दोहरा आने से बचते हैं। इसलिए सोयाबीन दिल के मरीजों को खास तौर पर खाना चाहिए।
सोयाबीन में आइसोफ्लावोन नामक पदार्थ होता है जो मधुमेह यानि कि शुगर और दिल की बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है। सोयाबीन खाने से ग्लूकोस और ब्लड में शुगर की मात्रा कम होती है जिस से मधुमेह भी कण्ट्रोल में रहता है। मधुमेह से पीड़ित लोग सोयाबीन से बानी रोटियां भी खा सकते हैं। इस के साथ साथ अगर आपको मधुमेह के कारण मूत्र की समस्या है तो रोजाना सोयाबीन खाने से आपको इस में भी आराम मिलेगा।
Image Credits : TradeIndia
1. एनीमिया
सोयाबीन का हर एक हिस्सा इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि इसके बीज की सब्जी बनाई जाती है, और इसका तेल भी रोजमर्रा में उपयोग में लाया जा सकता है, इसके छिलके से कई लोग बरी बनाते हैं। सोयाबीन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी यानि कि एनीमिया बीमारी से भी लड़ता है और एनीमिया दूर रखता है।
2. दिल से जुडी बीमारी
सोयाबीन कई दिल से जुडी बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करता है। सोयाबीन में एक लेसितिण नामक पदार्थ होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल यानि जरुरत से ज्यादा फैट को दिल कि नालियों में जमने नहीं देता और इस से हार्ट अटैक यानि दिल का दोहरा आने से बचते हैं। इसलिए सोयाबीन दिल के मरीजों को खास तौर पर खाना चाहिए।
3. मधुमेह
सोयाबीन में आइसोफ्लावोन नामक पदार्थ होता है जो मधुमेह यानि कि शुगर और दिल की बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है। सोयाबीन खाने से ग्लूकोस और ब्लड में शुगर की मात्रा कम होती है जिस से मधुमेह भी कण्ट्रोल में रहता है। मधुमेह से पीड़ित लोग सोयाबीन से बानी रोटियां भी खा सकते हैं। इस के साथ साथ अगर आपको मधुमेह के कारण मूत्र की समस्या है तो रोजाना सोयाबीन खाने से आपको इस में भी आराम मिलेगा।
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