भारत में शादी को महिलाओं की ज़िंदगी का सबसे ज़रूरी काम माना जाता है और तलाक को टैबू की तरह देखा जाता है इसलिए महिलाएँ अपने रिश्ते को हर हाल में निभाने की कोशिश में लगी रहती हैं। इस चक्कर में बहुत सारी महिलाएँ अपनी खुशियों का त्याग करके टॉक्सिक मैरिज में रहने का फैसला ले लेती हैं, जो उनकी न केवल उनकी ज़िंदगी को बल्कि घर पर पल रहे बच्चों को भी बुरी तरह से इफ़ेक्ट करता है। जबकि तलाक टॉक्सिक मैरिज से कई मायनों में फ़ायदेमंद होता है।
5 कारणों से जानिये कि तलाक क्यों बेहतर होता है -
1. आप डिग्निटी के साथ जी सकेंगी
फ़्रीडम और डिग्निटी से ज़रूरी कुछ भी नहीं होता, ना प्यार और ना सोसाइटी का प्रेशर और एक टॉक्सिक मैरिज का पार्ट होकर आप इन मूल्यों के साथ कंप्रोमाइज़ कर रही होती हैं, ऐसा करना आपको कमज़ोर बना देता है और आप ज़िंदगी में कभी संतुष्ट नहीं हो पातीं।
तलाक आपको आज़ादी देता है कि आप अपने जीवन की नए सिरे से शुरुआत कर सकें। इससे आपको कम में सेटल नहीं होना पड़ता और आप ख़ुद को दूसरों की तुलना में प्राथमिकता दे पाती हैं।
2. शादी दोबारा भी हो सकती है
सात जन्म तक साथ रहने का कांसेप्ट अब पुराना हो चुका है। ज़िंदगी एक इंसान पर खत्म नहीं हो जाती है। लोग एक शादी से बाहर निकल कर दूसरी शादी में अपनी खुशी ढूँढते हैं और सक्सेसफ़ुल भी होते हैं इसलिए इस सोच को अपने दिमाग़ से निकाल दीजिए कि आप कभी दूसरा जीवनसाथी नहीं पा सकेंगी।
आप अपनी टॉक्सिक मैरिज से निकल कर दूसरे ऑपशन तलाश सकती हैं क्योंकि आपको प्यार पाने का खुश रहने का पूरा अधिकार है।
3. आपके बच्चों की ग्रोथ पर बुरा असर नहीं पड़ेगा
जो बच्चे पेरेंट्स की टॉक्सिक मैरिज को देखते और उसमें पलते हैं, उनकी ग्रोथ पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे बच्चे की पर्सनैलिटी, आत्मसम्मान, उनके इमोशनल और मेंटल हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है।
घर में तनाव का माहौल हो तो बच्चे डरे-सहमे से रहते हैं और अपने जीवन की घटनाओं को पेरेंट्स से शेयर नहीं कर पाते। ऐसे में बच्चे अकेले पड़ जाते हैं और ये अकेलापन उनके जीवन को लम्बे समय तक नहीं छोड़ता। इसलिए बच्चों को नॉर्मल फैमली देने के चक्कर में उनसे उनका बचपना ना छीनें। तलाक लेकर आप अपने बच्चों को बेहतर जीवन दे सकेंगी।
4. तलाक़ आपको चरित्रहीन नहीं बनाता
तलाक लेना आपको सशक्त बनाता है, चरित्रहीन नहीं।आप परिवार, दोस्त, पड़ोसी और समाज के डर से अपने जीवन के फै़सले मत लीजिए। आपकी शादीशुदा ज़िंदगी की तकलीफ़ें आप झेल रही हैं, आपका परिवार या समाज नहीं। दूसरे क्या बोलेंगे इस डर से किसी के साथ जबर्दस्ती रिश्ता निभाना भला कहाँ तक सही है?
वैसे भी हमारे समाज को लड़कियों पर हो रही घरेलू हिंसा से शिकायत नहीं होती पर तलाक का नाम आते ही लड़की के "सम्मान" की बड़ी फ़िक्र हो जाती है। ये बस एक छल है ताकि औरतें चुप-चाप अपनी शादी निभाती रहें। आप इसका शिकार मत बनिए।
5. आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहेगी
एक टॉक्सिक मैरिज में होने से शारीरिक और मानसिक शोषण, आत्मविश्वास में कमी और ज़्यादा एंग्ज़ाइटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये मेंटल हेल्थ से जुड़ी प्रॉब्लम्स आपके जीवन के सभी पहलुओं को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं, जैसे कि पेरेंटिंग और जॉब। यहाँ तक कि आप अपने करीबी लोगों के साथ भी अच्छा समय नहीं बिता पाती।
टॉक्सिक मैरिजेस आपके खाने और सोने की आदतों पर भी बुरा असर डाल सकती हैं इसलिए तलाक़ लेना बेहतर ऑप्शन होता है। इससे आप कुछ दिनों के लिए अपसेट हो सकती हैं पर ये लॉन्ग रन में आपकी फिज़िकल और मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा है।